लोकतंत्र की ताकत है कि आखरी पायदान पर खड़े समाज को भाजपा ने सम्मान किया है-सिद्धार्थ नाथ सिंह

प्रयागराज।राजापुर निज आवास पर मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री व शहर पश्चिमी विधायक प्रयागराज सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कांग्रेस ने प्रेस वार्ता किया उन्होंने कहा सत्याग्रह करना चाहते हैं गांधी जी की मूर्ति के पास और आज ईडी ने सोनिया गांधी को बुलाया है।यही सोनिया गांधी को कोर्ट ने पहले राहुल गांधी बुलाया था तब भी आप ने संसद और संसद के बाहर शोर मचाया था उसमें सरकार तो नहीं थी,कोर्ट का मामला था।आज सोनिया गांधी को ईडी बुलाया तो सोनिया गांधी को मोदी से सीख लेनी चाहिए मोदी जी जब मुख्यमंत्री थे तो उन्हें जांच एजेंसी ने बुलाया था उस समय यहां तक हमारे किसी कार्यकर्ता ने किसी भी राज्य गुजरात को छोड़िए कहीं भी किसी राज्य में सत्याग्रह नहीं हुआ, न धरना हुआ और न ही प्रदर्शन हुआ।आपको तो मोदी से सीख लेनी चाहिए। कानून अपना काम कर रहा है।आप लोग सत्याग्रह कर रहे है वह भी महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने, महात्मा गांधी तो खुश हों रहे है इनको परमिशन नहीं मिला। 2G स्पेक्ट्रम घोटाला,कोयला घोटाला, कामनवेल्थ खेल घोटाला, नेशनल हेराल्ड आदि मामला हो जिसके अंदर आप ही लोग फँसे है।आप लोग सत्याग्रह करेंगे कहीं न कहीं महात्मा गांधी के सत्याग्रह शब्द को घूमल कर देंगे आप लोग।कृपा करके सत्याग्रह न करें। कानून को अपना काम करने दे।एक अन्य सवाल के जवाब में पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा प्रधानमंत्री ने ठीक कहा है विरोध करना है तो एक नीति का, एक सिद्धांत का विरोध करिए लेकिन जब विरोध करते हैं तो देश के खिलाफ नहीं करना चाहिए।बहुत ही साधारण उदाहरण है देश का राष्ट्रपति चुने गए हैं जो अनुसूचित जनजाति समाज से आते हैं,आखिरी पायदान पर खड़े समाज से आ रहा है। यही लोकतंत्र की ताकत है भाजपा और मोदी ने नाम का प्रस्ताव रखा। आप उसको भी न पहचान सकें। चुनाव हो गया। आपने विरोध कर दिया विपक्ष उस वर्ग के समाज को क्या संदेश देना चाहते हैं जो देश के हित में नहीं है। आपको देखना चाहिए था अनुसूचित जनजाति महिला समाज की जो आखिरी पायदान पर खड़ी है उसको उच्चतम पद पर ले जाया जा रहा है उस समाज को सम्मान दिया जा रहा है। यही लोकतंत्र की ताकत है प्रधानमंत्री ने ठीक कहा है विपक्ष को आज आत्मचिंतन करना चाहिए।