महिला अधिकारों के मार्ग पर जहां पश्चिम के पिछड़ रहे कदम, वहीं भारत दिखा रहा आगे की राह

स्मृति इरानी पश्चिमी देशों में गर्भपात पर लगभग पूर्ण प्रतिबंध के खिलाफ सोशल मीडिया और सड़कों पर चिंतित करने वाले विरोध प्रदर्शनों व हंगामे के बीच, गर्भावस्था की समाप्ति पर भारत का उदार रुख बहुत सुकून देने वाले देश के रूप में है। व्यावसायिक सरोगेसी पर रोक और शादी के लिए पुरुषों और महिलाओं की उम्र […]

मोदी सरकार के आठ वर्ष- बिजली क्षेत्र का कायाकल्प

– केंद्रीय विद्युत एवं नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर. के. सिंह प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में पिछले आठ वर्षों में इस सरकार ने बिजली क्षेत्र का पूरी तरह से कायाकल्प कर दिया है। यह देखना उपयोगी होगा कि किस प्रकार इस बदलाव को सफल बनाया गया। 2014 में कुल संस्थापित बिजली उत्पादन क्षमता 2,48,554 मेगावाट थी […]

भारतीय कोयले क्षेत्र का बुरा दौर खत्मए अब तेज विकास की ओर अग्रसर हुआरू :प्रल्हाद जोशी

माननीय प्रधान मंत्री ने हम सभी को आजादी के 75वें वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक साथ आने और इस अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाने और इसे एक जन आंदोलन के रूप में परिवर्तित करने का आह्वान किया है। भारत के कोयला क्षेत्र में पिछले 8 वर्षों में बड़े विकास और सुधार […]

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बदल दी भारत की नियति

-श्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा  राजनीति में सात दिन एक लंबा समय हो सकता है, लेकिन किसी देश के इतिहास में आठ साल का समय बहुत कम होता है। फिर भी, इस कम समय में, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की वैश्विक प्रोफाइल को बड़े पैमाने पर ऊपर उठाया है और विश्वगुरु के रूप में राष्ट्र के खोए हुए गौरव, प्रतिष्ठा और गरिमा को बहाल किया है। जैसा कि हम प्रधानमंत्री के रूप में उनके नेतृत्व के नौवें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, भारत न केवल घरेलू मोर्चे पर बल्कि दुनिया में भी आगे बढ़ेगा। भारत की नियति का मार्ग दृढ़ता से निर्धारित किया गया है।  राष्ट्रीय हित को पारंपरिक भू-राजनीति से ऊपर रखने की प्रधानमंत्री श्री मोदी की ‘इंडिया फर्स्ट’ नीति ने निस्संदेह विदेशों में भारत के उदय को प्रेरित किया है। हार्ड और सॉफ्ट पावर प्रोजेक्शन का एक निपुण संयोजन, प्रौद्योगिकी में भारत की विशेषज्ञता के एक मजबूत प्रदर्शन के साथ युग्मित है और इनका इस्तेमाल यह सुनिश्चित करेगा कि चौथी औद्योगिक क्रांति के दौरान हम कोई मौका नहीं गवाएंगे और इसने ‘इंडिया फर्स्ट’ नीति में जान डाल दी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा भारत की सभ्यतागत विरासत और इसकी संस्कृति को बेरोक-टोक बढ़ावा दिए जाने से इसे ताकत मिली है।  पिछली सरकारों ने भारत की सॉफ्ट पावर को प्रोजेक्ट करने की कोशिश की, लेकिन उन प्रयासों का सीमित प्रभाव पड़ा। पर्यटन से संबंधित बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किए बिना पर्यटन को बढ़ावा देना, या भारत की बहु-रंगी अपील को केवल एक स्मारक तक सीमित करना, या इससे भी बदतर, लोकप्रिय संस्कृति के सबसे निचले हिस्से को भारत की विरासत के रूप में प्रदर्शित करना, इन सब ने सॉफ्ट पावर के मोर्चे पर भारत के उदय को रोक दिया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस दृष्टिकोण में व्यापक बदलाव लाए हैं, कैनवास को बड़ा किया है और पूरक तत्वों को शामिल किया है।उदाहरण के लिए, इस प्राचीन भूमि से दुनिया को एक उपहार के रूप में योग अब दुनिया भर में एक घरेलू नाम है, संयुक्त राष्ट्र को 21 जून को ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ घोषित करने और भारत की इस अनूठी सभ्यतागत विरासत को लोकप्रिय बनाने के लिए कई पहलों के साथ इसका समर्थन करने की पहल के लिए धन्यवाद। अतीत में, वसुधैव कुटुम्बकम’ एक खाली नारा बन गया था, एक क्लिच जो अपने मजबूत नैतिक अर्थ को खो चुका था। ‘विश्व एक परिवार है’ कहना और भारत के सभ्यतागत लोकाचार में निहित इस शाश्वत सत्य को जीना दो अलग-अलग चीजें हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने दिखा दिया है कि भारत न केवल अपने प्राचीन संतों के ज्ञान और अपने प्राचीन ग्रंथों में निहित इस कहावत में विश्वास करता है, बल्कि इसे जीता भी है। इसलिए, जब विकसित दुनिया ने कोविड-19 वैक्सीन के साथ दूसरों की मदद करने में अनिच्छा दिखाई, तो प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पड़ोसियों के साथ-साथ दूर के देशों की भी मदद करने के लिए कदम बढ़ाया। हाल के दिनों में कई मायनों में, ‘वैक्सीन मैत्री’ भारत का सबसे बेहतरीन क्षण था जब हमने दुनिया को दिखाया कि हम एक राष्ट्र और एक सभ्यता के रूप में अलग हैं; कि हम विकसित दुनिया के इस विचार से सहमत नहीं हैं कि हमें भी प्रतिकूल स्थितियों का लाभ लेना चाहिए’।  प्रधानमंत्री श्री मोदी के लिए ‘वसुधैव कुटुम्बकम’, केवल महामारी सहायता को लेकर ही नहीं है। भारत पहला देश था जिसने आपदा राहत के साथ संपर्क किया जब नेपाल में एक भयानक भूकंप आया, इसके बाद ही इस क्षेत्र के अन्य देशों ने इस संबंध में कार्रवाई की। ऐसे समय में जब श्रीलंका अशांत समय से गुजर रहा है, भारत ने संकट से निपटने में मदद के लिए बेझिझक कदम बढ़ाया है। काबुल के पतन और तालिबान के उदय के बाद दुनिया ने अफगानिस्तान से मुंह फेर लिया है। इस महत्वपूर्ण घटना के सुरक्षा निहितार्थों के बावजूद, भारत ने अफगानिस्तान के लोगों को खाद्य राहत प्रदान करना चुना है। अतीत में, यह भारत ही था जिसने अफगानों को एक संसद भवन उपहार में दिया था और अफगानिस्तान के सबसे महत्वपूर्ण बांधों में से एक का निर्माण किया था।  ‘वसुधैव कुटुम्बकुम’ के उदात्त सिद्धांत को जीने वाले, जिस तरह से हम दुनिया को देखते हैं और उससे जुड़ते हैं, उसमें मूल्यों को बहाल करने की भारत की सूची उतनी ही लंबी है, जितना कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का दृष्टिकोण व्यापक है। उदाहरण के लिए, मजबूर घरेलू कारणों से गेहूं के निर्यात पर रोक लगाते हुए भी, भारत ने यह अच्छी तरह स्पष्ट कर दिया है कि जिन देशों को गेहूं की जरूरत है, उन्हें मामला-दर-मामला आधार पर गेहूं उपलब्ध कराया जाएगा। इस निर्णय के पीछे यह गहरा नैतिक विचार है कि यदि विश्व एक परिवार है तो खाद्य सुरक्षा अकेले भारत के लिए नहीं हो सकती। जबकि अन्य विश्व नेता मूल्यों और सिद्धांतों के लिए लिप सर्विस करते हैं, प्रधानमंत्री श्री मोदी ऐसे मूल्यों और सिद्धांतों को सुनिश्चित करते हैं जो दुनिया के साथ भारत के जुड़ाव का मार्गदर्शन करते हैं।  ‘डिजिटल इंडिया’ की कहानी इतनी चर्चित है कि फिर से बताने की जरूरत नहीं । अब हम तीसरी सबसे बड़ी संख्या में स्टार्टअप की मेजबानी करते हैं और 100 यूनिकॉर्न का दावा करते हैं। हमारे पास बेहतरीन यूपीआई में से एक है जिसने डिजिटल भुगतान को अन्य देशों की तुलना में कहीं अधिक लोकप्रिय बना दिया है। दुनिया के सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण अभियान का प्रबंधन और निगरानी डिजिटल रूप से की गई। डिजिटल समावेशन प्रधानमंत्री श्री मोदी की ‘डिजिटल इंडिया’ नीति की आधारशिला रहा है। दूसरे देशों के विपरीत, हम प्रौद्योगिकी साझा करने के इच्छुक हैं। जलवायु पर, भारत ने अक्षय ऊर्जा, विशेष रूप से सौर ऊर्जा, सशक्त विकास और हरित निवेश के मार्ग का नेतृत्व किया है, जो अनिच्छुक लोगों के लिए एक प्रकाश स्तंभ के रूप में कार्य कर रहा है।  हम जो यह अभूतपूर्व उत्साह देखते हैं, भारतीयों में विश्वास है कि वे ऐसा कर सकते हैं क्योंकि प्रधानमंत्री श्री मोदी का मानना है कि यह किया जा सकता है, यह सब व्यापक है। हमारे खिलाड़ी, ‘यंग इंडिया’ के बेहतरीन उदाहरणों में से और ‘कैन डू’ मोदी मंत्र से प्रेरित हैं, उत्कृष्ट हैं और घरेलू ट्राफियां ला रहे हैं जिनका हम पहले केवल सपना देख सकते थे। बॉलीवुड अब केवल एक निश्चित किस्म की लोकप्रिय संस्कृति के बारे में नहीं है। हमारे बेहद प्रतिभाशाली फिल्म उद्योग ने विश्व स्तर की विषय-सामग्री का निर्माण करने के लिए रचनात्मकता, संस्कृति और प्रौद्योगिकी को संयोजित करने के लिए आगे कदम बढ़ाया है जो विश्व स्तर पर सर्वश्रेष्ठ के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकता है। मनोरंजन मीडिया और प्रौद्योगिकी ने भारत को एक विषय-सामग्री उप-महाद्वीप बनाने के लिए मूल रूप से विलय कर दिया है, जो दुनिया भर में सामग्री उत्पादकों के लिए एक आदर्श मंच है। भारत विषय-सामग्री का सबसे बड़ा उपभोक्ता और उत्पादक दोनों बनने की ओर अग्रसर है। हाल ही में, भारत को कान्स में इस साल के ‘कंट्री ऑफ ऑनर’ के रूप में नामित किया गया है।  भारत की विशालता – और इस महान राष्ट्र के बारे में दुनिया को अभी तक क्या पता चला है – इसका उदाहरण प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा विश्व के नेताओं के लिए दिए गए उपहारों से है। कोई भी दो उपहार एक जैसे नहीं होते, कोई भी दो उपहार एक ही जगह से नहीं आते। प्रत्येक अद्वितीय है, प्रत्येक अपने सच्चे अर्थों में भारत की सॉफ्ट पावर के महान मोज़ेक के एक छोटे से टुकड़े का प्रतीक है; प्रत्येक एक सभ्यतागत राष्ट्र के रूप में भारत की ऊंचाइयों और उपलब्धियों की महानता का जश्न मनाता है। भारत आज मंगल और चंद्रमा पर मिशन भेज सकता है ; भारत सुपरसोनिक मिसाइल और एयरक्राफ्ट कैरियर बना सकता है ; भारत बेहतरीन रचनात्मक चिंतन पैदा कर सकता है; भारत बुनियादी ढांचे की कमी को तेजी से पूरा कर सकता है; भारत अन्य देशों की तुलना में एक महामारी का बेहतर प्रबंधन कर सकता है और अपनी अर्थव्यवस्था को किसी अन्य देशों की तुलना में तेजी से पुनः आगे बढ़ा सकता है; भारत गरीबी और असमानता को प्रभावी ढंग से कम कर सकता है; और, भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में खड़ा हो सकता है।  जैसा कि भारत अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, यह माना जाना चाहिए कि इन आठ वर्षों में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आने वाले दशकों के लिए भारत के बेरोक-टोक उत्थान की नींव रखी है। भारत अपने घरेलू मोर्चे पर खुद समृद्ध होता रहेगा और राष्ट्रों के समूह में भारत का कद बढ़ता रहेगा। एक प्राचीन सभ्यता के रूप में आज की दुनिया में अपना सही स्थान पा रहा है, भारत को विश्व गुरु के रूप में स्वीकार किया जाएगा – एक आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर राष्ट्र जो नेतृत्व और प्रेरणा देता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सचमुच और  निसंदेह भारत की नियति को बदल दिया है। 

मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन किशोरियों और महिलाओं के सशक्तिकरण, स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए अहम है

 – श्री अरुण बरोका, विशेष सचिव पेयजल और स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय’ मासिक धर्म स्वच्छता दिवस एक ऐसा वैश्विक मंच है जो सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए सुरक्षित मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन (एमएचएम) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गैर-लाभकारी संस्थाओं, सरकारी एजेंसियों, व्यक्तियों, निजी क्षेत्र और मीडिया की आवाजों और गतिविधियों को एक साथ जोड़ता है। हर […]

प्रधानमंत्री आवास योजना ;शहरीद्ध रू शहरी भारत में बदलता जीवन

.डॉण् सेजल पटेल’ प्रत्येक पात्र लाभार्थी को एक पक्का घर उपलब्ध कराने के माननीय प्रधान मंत्री के विजन को पूरा करने के उद्देश्य से ए प्रधान मंत्री आवास योजना ;शहरीद्ध ;पीएमएवाई.यूद्ध वर्ष 2015 में शुरू की गई थी । पिछले सात वर्षों मेंए पीएमएवाई.यू में लगभग 8ण्31 लाख करोड़ रुपये के निवेशए जिसमें से 2ण्03 […]

ड्रोन-डिजिटल इंडिया की नयी उड़ान

ड्रोन-डिजिटल इंडिया की नयी उड़ान

-नील मेहता कुछ समय पहले तक ड्रोन को महंगे सैन्य उपकरण या छोटे मनोरंजक खिलौनों के रूप में देखा जाता था। लेकिन, पिछले कुछ वर्षों में स्थितियां में काफी बदलाव आया है, क्योंकि ड्रोन, जिसे आधिकारिक तौर पर सुदूर चालित हवाई प्रणाली (रिमोटली पाइलेटेड एरियल सिस्टम, आरपीएएस) के रूप में जाना जाता है, कई उद्योगों के अनुप्रयोगों के लिए एक […]

कान्स में सम्पूर्ण विश्व का कंटेंट हब एवं ‘कन्ट्री ऑफ ऑनर’ ‘गौरौशाली देश भारत

–         श्री अनुराग सिंह ठाकुर कान्स फिल्म समारोह के 75वें संस्करण की मेजबानी के लिए फ्रांस में फ्रेंच रिवीरा के शांत किनारे पूर्णरूपेण तैयार हैं। इस साल ‘मार्चे डू फिल्म्स’ के उद्घाटन के अवसर पर हमारा देश भारत,एक जनक देश के रूप में, वैश्विक दर्शकों के समक्ष अपनी  सिनेमाई उत्कृष्टता, तकनीकी कौशल, समृद्ध संस्कृति एवं  कहानी कहने की अद्भुत विरासत का शानदार उद्धरण […]

भारत और ऑस्ट्रेलिया– व्यापार के क्षेत्र में संयुक्त विजेता

भारत ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता (इंडऑस ईसीटीए) के माध्यम से वैश्विक व्यापार परिदृश्य में भारत के प्रभावशाली उदय से जुड़े एक और नए अध्याय की शुरुआत हुई है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, अत्यधिक प्रतिस्पर्धी वैश्विक बाजार में देश लगातार नई ऊंचाइयां छू रहा है। पिछले महीने, भारत ने 2021-22 के लिए 400 […]

सौभाग्य – एक स्वप्न जिसे हमने साहसपूर्वक हासिल किया

सौभाग्य – एक स्वप्न जिसे हमने साहसपूर्वक हासिल किया

विद्युतीकरण से लोगों के लिए नए-नए अवसरों का द्वार खुलता है – यह नागरिकों को सशक्त बनाता है और इससे उनका जीवन-स्तर पहले से बेहतर हो जाता है। इससे छोटे और उभरते व्यवसायों को काम करने के लिए अधिक समय मिलता है; स्वास्थ्य संबंधी स्थितियों में सुधार होता है; विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को पढ़ने का […]