फ़तेहपुर। पुरानी पेंशन बहाली की मांग व सरकारी उपक्रमो के किये जा रहे निजीकरण को रोके जाने की मांग लेकर अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने स्नातक विधायक को ज्ञापन सौपकर समस्याआंे को पार्टी फोरम सहित सभी मंचो पर उठाये जाने की मांग किया।रविवार को अटेवा पेंशन बचाव मंच के बैनर तले जिलाध्यक्ष निधान सिंह यादव की अगुवाई में शिक्षकों ने जनपद दौरे पर आए स्नातक विधायक डॉ मान सिंह यादव को पार्टी कार्यालय जाते समय शादीपुर चैराहा पर रोक कर मांगों का ज्ञापन सौपा और शिक्षकों की समस्याओ को सदन समेत पार्टी फोरम तक पहुचाकर निदान कराने की मांग किया। एमएलसी को सौपें ज्ञापन में बताया कि केंद्र सरकार की नौकरियो में एक जनवरी 2004 व प्रदेश में एक अप्रैल 2005 में शिक्षक व कर्मचारियों को दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा वाली पेंशन को समाप्त कर बाजार आधारित एनपीएस लागू कर दिया गया था जो कि किसी भी तरह से कर्मचारियों के हित में नही है। सरकर का पैसा प्राइवेट कंपनियों के पास जमा किया जा रहा है जो कि देशहित में न होकर निजी कंपनियों के लिये लाभदायक है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरकार द्वारा देश की सम्पत्तियों का निजीकरण कर उन्हें बड़ी कम्पनियों के हाथों में दिया जा रहा है। सरकारी उपक्रम देश के संसाधन है जो देशवासियो के लिये रोज़गार सृजन का कार्य करते है। इन संस्थानों के माध्यम से सरकार समाज के कमजोर वंचित लोगो को आरक्षण के ज़रिये सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराती है। निजी हाथों में सौपने से आरक्षित वर्ग और कमज़ोर होगा। सरकारी उपक्रमो की परिसम्पत्तियां देश के संसाधन है। जिसे निजी संस्थानों को सौपा जाना राष्ट्रहित में नही है। उन्होंने स्नातक विधायक से कर्मचारियो के बुढापे की लाठी पुरानी पेंशन बहाली की मांग व सरकारी संस्थानों के किये जा रहे निजीकरण को रोके जाने के लिये मामले को पार्टी फोरम समेत सभी मंचो में रखने की मांग किया। इस मौके पर देवा शुक्ला, संदीप गुप्ता, अरविंद विश्कर्मा, प्रवेश कुमार, बाबू लाल पाल, रामशंकर, अंशु सिंह, शालिनी सिंह, विनीता मौर्या, शमी अशरफ, अशोक सिंह, तरुण सिंह, महेंद्र मौर्या भी मौजूद रहे।
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