आजादी के अनाम शहीदों को रूबरू कराने के लिए जिले स्तर पर होगा इतिहास लेखन

देवरिया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव, संस्कृति मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव एवं चौरीचौरा शताब्दी समारोह के अंतर्गत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि आजादी की लड़ाई लड़ने वाले ऐसे अनाम शहीदों जो लोकश्रुति और लोक कथाओं में हैं, किंतु, इतिहास में उनको स्थान नहीं मिल सका है, उनकी गाथाओं को  जिला स्तर पर इतिहासकारों के पैनल द्वारा लिपिबद्ध किया जाएगा। ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों के ग्रामों को चिन्हित कर पहचान दिलाई जाएगी।अमृत महोत्सव एवं चौरी-चौरा शताब्दी  समारोह में लोगों की सहभागिता बढ़ाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्र के प्रति प्रेम को बढ़ाना है। नुक्कड़ नाटक एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां ऐसे स्थानों पर की जाए जहां जनता की आवाजाही होती हो। प्रमुख सचिव ने जिला स्तर पर रचनात्मक अभिरुचि वाले व्यक्तियों को आयोजन समिति से  जोड़ने को कहा। उन्होंने बताया कि आगामी अक्टूबर माह में प्रदेश स्तर पर कई समारोह आयोजित किए जाएंगे जिन मैं आजादी के सबरंग राष्ट्रीय कवि ‘गोष्ठी’, आजादी का रंगोत्सव, पुस्तक रथ, स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय का उद्घाटन, कला कुंभ, सुषिर वाद्य यंत्र उत्सव सहित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आदि शामिल हैं।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, एडीएम प्रशासन कुँवर पंकज, बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष राय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।