सत-महंतो ने स्व नरेन्द्र गिरि को दी श्रद्धांजली

चित्रकूट। बाघम्बरी पीठ के महंत एवं तीनों अनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि के निधन पर रामानंद आश्रम में एकत्रित हुए साधु-संतो, महंतो ने शोकसभा की। कामदगिरि प्रमुख द्वार के अधिकारी मदनगोपाल दास, दिगम्बर अखाड़ा, निर्वाणी अखाड़ा, रामायणी कुटी के महंत रामहृदय दास, सनकादिक महाराज आदि मौजूद रहे। सीताशरण महाराज ने कहा कि अत्यंत दुखद घटना है। उन्होने शासन से उच्च स्तरीय जाॅंच कर सख्त सजा दिलाने की माॅंग की है। दिगम्बर अखाड़ा के महंत दिव्यजीवन दास ने कहा कि ऐसी घटना दुबारा न हो इसके लिये साधु समाज को जागरूक रहने की जरूरत है। प्रत्येक स्थान में रहने वाले साधुओं को अपनी स्वयं सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। रामायणी कुटी के महंत ने कहा कि गोलोकवासी महंत दिव्य आत्मा थे जो पूरे देश से साधु संतों को जोड़ कर रखे हुये थे। अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान थे। शोक संवदेना व्यक्त करते हुए निर्वाणी अखाड़ा के महंत ने उनके साथ बिताए पल साक्षा किये। महंतो ने चेताया कि घटना की जल्द जाॅंच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही न होने वृहद आंदोलन किया जाएगा। का आहवान किया जायेगा। कामदगिरि के अधिकारी ने कहा कि साधु समाज जागरूक हो। प्रत्येक मंदिर, मठ आदि में रहने वाले साधु, विद्यार्थी को संस्कारित एवं अनुशासित करना चाहिये। इस दौरान नागा पंजाबी भगवान, माधवदास, साहब बाबा, गोपालदास आदि चित्रकूट के विरक्त मण्डल के सभी सदस्य मौजूद रहे।