नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने कहा है कि वह अपनी काबिलियत के कारण टीम इंडिया में शामिल थे। इसलिए ये कहा जाना कि पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी से दोस्ती के कारण उन्हें टीम में जगह मिली थी गलत है। रैना ने यह बात अपनी किताब ‘बिलीव’ में कही है। रैना ने इस किताब में लिखा है कि उन्हें कई बार यह बात सुनने को मिली कि धोनी से दोस्ती की वजह से वो टीम इंडिया में हैं जोकि पूरी तरह आधारहीनी बात थी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई भी अपनी क्षमताओं के बल पर ही खेल सकता है। रैना ने हालांकि अपनी किताब में धोनी की तारीफ करते हुए लिखा, ‘धोनी जानते थे कि मुझसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कैसे हासिल किया जा सकता है और मैंने भी उनपर भरोसा किया पर उस समय बहुत दुख होता है जब लोग हमारी दोस्ती को मेरी टीम इंडिया में जगह पाने से जोड़ दिते हैं। मैंने हमेशा टीम इंडिया में अपनी जगह वैसे ही हासिल की जैसे मैंने धोनी का भरोसा और सम्मान हासिल किया है। ‘
गौरतलब है कि धोनी और रैना की दोस्ती काफी पुरानी है। धोनी और रैना लगभग साथ ही टीम इंडिया में आए थे। धोनी ने 2004 और रैना ने 2005 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था। इसके बाद इन दोनों खिलाड़ियों ने टीम इंडिया को कई मैच जिताए। इन दोनों की दोस्ती ऐसी थी कि धोनी के संन्यास की घोषणा के बाद ही रैना ने भी खेल को अलविदा कह दिया। धोनी ने 15 अगस्त, 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा और उन्हीं के संन्यास के कुछ देर बाद ही रैना ने भी संन्यास ले लिया।