प्रयागराज।जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में शुक्रवार को संगम सभागार में फसल अवशेष जलाये जाने की रोकथाम हेतु प्रभावी कार्रवाई किये जाने के सम्बंध में बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिकारियों, तहसीलदार, कृषि विभाग, पंचायतराज विभाग, पशुपालन विभाग सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को फसल अवशेष को जलाने से रोकने हेतु प्रभावी कार्रवाई करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से रोकने के लिए किसानों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाये। कहा कि किसानों के बीच जागरूकता लायी जाये कि किसान भाई फसल अवशेष न जलाये, बल्कि इनसे लाभ उठायें। किसानों को पराली लाओं खाद पाओं के बारे में जागरूक किया जाये कि किसान भाई गौ संरक्षण केन्द्रों में पराली देकर खाद प्राप्त कर सकते है। किसानों के बीच पराली प्रबंधन हेतु उपयोगी कृषि यंत्रों के अनुदान के बारे में, बेस्ट कम्पोजर सहित अन्य कृषि यंत्रों के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये, जिससे कि किसान भाई आधुनिक यंत्रों के प्रयोग के द्वारा पराली का उपयोग खेत की उर्वरक शक्ति को बढ़ाने के लिए करें। किसानों को फसल के चक्रीकरण के बारे में भी जागरूक किया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों के मध्य इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये कि फसल अवशेष जलाना दण्डनीय अपराध है। उन्होंने बताया कि कृषि भूमि का क्षेत्रफल २ एकड़ से कम होने की दशा में अर्थदण्ड २५००, २ एकड़ से अधिक किन्तु ५ एकड़ से कम होने की दशा में अर्थदण्ड ५००० तथा ५ एकड़ से अधिक होने की दशा में अर्थदण्ड रूपये १५००० प्रति घटना लगाये जाने का प्रावधन है। इसके साथ ही साथ अपराध की पुरावृत्ति करने पर भी दण्ड के प्रावधन किये गये है। किसानों को फसल अवशेष न जलाने के लिए अधिक से अधिक जागरूक किया जाये एवं व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री एम०पी० सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्री वी०एस० दुबे, एस०पी० गंगापार, एस०पी० यमुनापार, उपजिलाधिकारीगण, समस्त तहसीलदारगण, जिला पंचायतराज अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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