गंगा के तटवर्ती 18 गांवो में 100 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फलदार पौधों के बाग लगायेगा उद्यान विभाग

प्रतापगढ़। जिला उद्यान अधिकारी सीमा सिंह राणा ने बताया है कि नमामि गंगे योजनान्तर्गत जनपद को 100 हेक्टेयर नवीन उद्यान रोपण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इस योजनान्तर्गत चयनित फलो आम, अमरूद, आवंला, बेल, बेर, अनार, शरीफा एवं कागजी नीबू के उद्यानों का रोपण कराया जाना है। इस योजना में लाभार्थियों का चयन न्यूनतम 0.2 हेक्टेयर से अधिकतम 1.0 हेक्टेयर तक के लिए किया जायेगा। यह कार्यक्रम कम से कम 10 हेक्टेयर के क्लस्टर में कराया जाना है। उद्यान रोपण के समस्त व्यय जैसे-पौधों की व्यवस्था, बाढ ़(फेन्सिंग), सिंचाई एवं रख रखाव आदि कार्यो को लाभार्थी द्वारा स्वंय अपने व्यय से किया जायेगा। साथ ही मानक के अनुसार शत प्रतिशत पौधों की जीवितता लाभार्थी द्वारा सुनिश्चित की जायेगी। पौधों की जीवितता मानक के अनुसार पाये जाने की स्थिति में अधिकतम  3 हजार रुपये प्रतिमाह प्रति हेक्टेयर की दर से 36 माह अर्थात 3 वर्ष तक लाभार्थी कृषकों को प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जायेगी। नये बागों के रोपण के साथ ही किसान तीन साल तक इण्टरक्रापिंग के रूप में सब्जी, मसाला व पुष्प आदि की खेती भी करके अपनी आय को दोगुना कर सकता है। यह योजना जनपद के विकास खण्ड-कुण्डा के ग्रामों जैसे-दिलेरगंज, गोतनी उपरिहार, समसपुर, करेंटी, खमसरा उपरिहार, शाहपुर उपरिहार, परसीपुर, चौकापारपुर, मऊदारा उपरिहार, कटिया खैबरपुर, हथिगंवा, जहानाबाद, नौबस्ता, मोहद्वीपुर उपरिहार एवं कालाकांकर के ग्रामों जैसे-हिनाहूं, मोहम्मदाबाद उपरिहार, मुरस्सापुर, संग्रामपुर उपरिहार, में कराया जाना प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त एक हेक्टेयर में पौधशाला भी लगाने का लक्ष्य जनपद को प्राप्त है, जिसमें कलमी व बीजू फलदार पौध उत्पादन व शोभाकार पौध उत्पादन किया जा सकेगा। इच्छुक कृषक कार्यक्रम के योजना प्रभारी सत्य भान सिंह सहायक उद्यान निरीक्षक जिनका मो0नं0-7007284234 तथा पर्यवेक्षक इन्द्रमणि यादव कनिष्ठ पौध रक्षा सहायक जिनका मो0नं0-8840622304 है से सम्पर्क कर लाभ प्राप्त कर सकते है।