धूम धाम से मना विश्वकर्मा पूजनोत्सव

जौनपुर। जिले में विश्वकर्मा पूजन धूम धाम से मनाया गया। कल, कारखानों , गैराज, रोडवेज कार्यशाला, आईटीआई सहित अनेक दुकानों एवं प्रतिष्ठाना में विशेष कर घरों में विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर विधि विधान से पूजन किया गया और प्रसाद वितरण किया गया। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार कन्या संक्रांति के दिन विश्वकर्मा पूजा मनाया जाता है। इस दिन विश्वकर्मा पूजा हर्षाेल्लास के साथ मनाया जाता है। कहा जाता है कि भगवान विश्वकर्मा देवों के शिल्पी, वास्तुकार और संसार के पहले इंजीनियर हैं। वे इंद्रपुरी, द्वारिकानगरी, सुदामापुरी, इंद्रप्रस्थ, हस्तिनापुर, स्वर्गलोक, लंकानगरी, पुष्पक विमान, शिव के त्रिशूल, यमराज के कालदंड और विष्णुचक्र आदि के निर्माणकर्ता हैं। विश्वकर्मा पूजा के दिन कारखानों, कार्यालयों, उद्योगों आदि में भगवान विश्वकर्मा की विधिपूर्वक पूजा होती है। उनकी ही कृपा से बिजनेस और काम में तरक्की तथा उन्नति मिलती है। सर्व प्रथम पूजा स्थल पूजा चैकी पर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर कलश को हल्दी और चावल के साथ रक्षासूत्र चढ़ाने बाद पूजा मंत्र और जप किया जाता है। जिन चीजों की पूजा करनी है, उनपर हल्दी अक्षत और रोली लगायी जाती इसके बाद भगवान विश्वकर्मा को अक्षत, फूल, चंदन, धूप, अगरबत्ती, दही, रोली, सुपारी, रक्षा सूत्र, मिठाई, फल आदि अर्पित किया जाता है। धूप दीप से आरती किया जाता है। ये सारी चीजें उन हथियारों पर भी चढ़ायी जिनकी पूजा करनी होती है। पूजा के अंत में भगवान विश्वकर्मा को प्रणाम कर प्रसाद वितरित किया जाता है।