भ्रष्टाचार का भेट चढ़ा रामपुर का पंचायत भवन।

 कौशाम्बी / जनपद के मुख्यालय जाने वाली मुख्य मार्ग से चार किलोमीटर की दूरी पर रामपुर ग्राम स्थित है । जो नेवादा विकास खण्ड मे आता है।  जिसकी दूरी खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय से  दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।  लेकिन यहाँ के जिम्मेदारों द्वारा यहां पर कराए गये विकास कार्यों की ओर देखते ही नही जिसकी वजह से भ्रष्टाचार व सरकारी धन को मन माने तरीके से ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा लूटा जा रहा है। योगी सरकार के द्वारा गांव में पंचायत भवन निर्माण के लिए दिए गए आदेशों पर यहा के अधिकारी जिमेदार नही दिखा रहे है। और ना ही इन अधिकारीयो द्वारा अमल नहीं कराया जा रहा है। ग्राम के विकास की रकम को यहां के जिम्मेदार ग्राम सचिव द्वारा बगैर किसी के डर के फर्जी भुगतान के दम पर निकाल लिया गया है जिसका जीता जागता उदाहरण इस गांव में बने पंचायत भवन के निर्माण को देखने पर स्पष्ट हो जाएगा लेकिन सवाल यह की ग्राम पंचायत सचिव द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच कोई भी अधिकारी नहीं कर रहा है । जिससे योगी सरकार की छवि धूमिल हो रही हैं। अभिलेखों पर गौर किया गया तो भ्रष्टाचार ऊपर से ही झांक रहा है। जिसकी जमीनी हकीकत जीरो है। पंचायत भवन के निर्माण में जो कमीशन बाजी हुई है उसके अलावा भी मोटी मोटी रकमो की सामग्री का पैसा फर्जी भुगतान के माध्यम से निकाल लिया गया ।सौन्दरीकरण के नाम से लाखों रुपए यहां के ग्राम सचिव द्वारा निकाला जा चुका है। जिसका वित्तीय वर्ष समाप्त हो चुका जिसका प्रधानी कार्यकाल भी समाप्त हो चुका है लेकिन अभी तक सौन्दरीकरण नहीं कराया गया जिससे यह तो स्पष्ट हो रहा है की इन जिम्मेदार अधिकारीयो व ग्राम पंचायत सचिव की मंशा सरकारी धन को लूटने की है अब गांव के लोगों का आरोप यहां की साहब हमारे गांव की पंचायत भवन की दुर्दशा ग्राम पंचायत सचिव व अधिकारीयो के  द्वारा इस कदर  हो गई है । जिसके लिए कोई जिम्मेदार अधिकारी इसे देखने तक भी नहीं आते अभी इस पंचायत भवन के अंदर गड्ढे तो पाटे नहीं गए टाइल्स का भुगतान सन 2020 में ही कर दिया गया यह है यहाँ के जिम्मेदार अधिकारीयो के कार्यनामे।