लॉबी के लोको पायलटों द्वारा किया गया स्वैच्छिक रक्तदान

प्रयागराज।संयुक्त लोको पायलट एवं गार्ड लॉबी प्रयागराज के रेल परिचालन में अग्रणी लोको पायलटों ने विगत ०२ वर्षो से चल रहे रक्तदान की परम्परा को आगे बढ़ाते हुये इस माह भी श्री राहुल त्रिपाठी वरिष्ठ मण्डल बिजली इंजीनियार परिचालन के अगुआई में लॉबी प्रयागराज के लोको पायलटों द्वारा इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन जाकर सामूहिक रूप से स्वैच्छिक रक्तदान किया, जिसमें १८ लोको पायलटों एवं सहायक लोको पायलटों के साथ ०४ महिला लोको पायलट भी सम्मिलित हुई।विगत ०२ वर्षो से प्रतिमाह औसतन १० रनिंग कर्मी स्वेच्छिक रूप से रक्तदान करते रहे हैं जो कोरोना काल के कठिन समय में लोगों के लिये जीवनदायनी सिद्ध हुआ, वर्तमान समय में डेंगू ज्वर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुये रेल परिवार के हित हेतु रनिंग कमिNयों में ऊर्जा भरते हुये मुख्य क्रू नियंत्रक वासुदेव पाण्डेय ने तीसरी बार स्वयं रक्तदान का फैसला लिया, जिनके साथ २२ रनिंग कमिNयों ने भी अपनी ड्यूटी करते हुये, स्वैच्छिक रक्तदान किया।ब्लड बैंक में जमा यह खून न सिर्फ रनिंग कमिNयों को डेंगु या किसी आकस्मिक दुर्घटना आदि के समय अथवा रनिंग परिवार और उनके परिवारजनों को चिकित्सीय परामर्ष के तहत खून की आवश्यकता होती है तो इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की ओर से उपलब्ध कराया जाता रहा है, ए. एम. ए. के अध्यक्ष डॉ० अषोक अग्रवाल व ज्ञानेन्द्र प्रधान जी ने पुनः विश्वास दिलाया कि जब कभी भी प्लेटलेट्स, प्लाज्मा आदि की जरूरत होगी तो रनिंग कमिNयों को सहज रूप से उपलब्ध कराया जायेगा।इस क्रम में वासुदेव पाण्डेय, अवधेश कुमार, राजीव गुप्ता, आषीश मुखर्जी, विजय कुमार गर्ग, अमिताभ बच्चन, सन्नी कुमार, चन्दन कुमार, समीर श्रीवास्तव, एस. पी. तिवारी, एम.एन रजा, वरूण कुमार, जे. पी. पाण्डेय, राकेश कुमार, अचिन पटेल, सुनील पटेल, रोहित षर्मा, आयुश्मान रिशी, एस.टी.परवेज, रेणु सिंह, प्रिया सिंह, प्रियन्का कुमारी, अनिता सिंहा ने रक्तदान किया।विगत दो वर्षों से चल रहा है रक्तदान मुहीम रनिंग रेलवे कर्मचारियों ने इस नेक काम के लिए एक दर्दनाक घटना ने जगाया, ०२ वर्ष पूर्व एमएस निगम लोको पायलट की पत्नी के मौत डेंगू से हो गई थी, वक्त पर खून न मिलने से उनकी जिन्दगी नहीं बचायी जा सकी थी, इस घटना के बाद लॉबी इंचार्ज वासुदेव पाण्डेय ने रनिंग कमिNयों को जागरूक कर रक्तदान की मुहीम चलायी थी।अभी तक २०० यूनिट से अधिक रक्तदान कराया जा चुका है, कोरोना काल में रक्तदान की गति कुछ थम सी गयी थी, जिसे पुनः जनहित में रनिंग कर्मिंयों द्वारा चालू किया गया है।प्रयागराज की तर्ज पर अन्य मुख्यालयों पर भी रक्तदानप्रयागराज की रनिंग कमिNयों की सफलता को देखते हुये न केवल कानपुर, टूण्डला ही नहीं वरन झांसी आगरा भी यह मुहिम चालू की गयी जिससे कई लोगों की जान बचायी जा सकी, इसकी चहुं ओर प्रशंसा की जा रही है।