फतेहपुर। विश्व साक्षरता दिवस पर बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से ब्लॉक खजुहा के समस्त प्रधानाध्यापकों की बैठक रामपाल बिटाना देवी महाविद्यालय में उप शिक्षा निदेशक नजरुद्दीन अहमद की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें निदेशक ने खजुहा ब्लाक के विद्यालयों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पच्चीस शिक्षकों को सम्मानित करते हुए उनके कार्यों व दायित्यों का बोध कराया।शिक्षकों को निदेशक ने बताया कि प्रत्येक शिक्षक का सर्वाेच्च पुरस्कार उनके अपने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर देश का जिम्मेदार नागरिक बनाना होता है। उन्होंने कहा कि 1951 में देश की साक्षरता 18 प्रतिशत से 2011 की जनगणना के अनुसार 74 प्रतिशत शिक्षकों द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन करने के कारण हो पाई। इसे अब विश्व साक्षरता 86 प्रतिशत तक जल्द पहुँचाने की शिक्षकों से अपील की। बैठक को डायट मेंटर संजीव सिंह व राधेश्याम दीक्षित ने मिशन प्रेरणा के विभिन्न घटकों पर विस्तार से चर्चा करते हुए लक्षित उद्देश्यों को समय से पूरा कराकर खजुहा ब्लॉक को निर्धारित अवधि मार्च 2022 तक प्रेरक ब्लॉक बनाने हेतु सुझाव दिए। बैठक में शिक्षिका अर्चना अरोड़ा ने बुजुर्गों के आंतरिक व्यथा पर आधारित अपनी रिपोर्ताज पुस्तक कोरोना नामा निदेशक व खंड शिक्षा अधिकारी अनीता शाह को भेंट की। प्राथमिक विद्यालय दौलतियापुर के प्रधानाचार्य अनुपम सिंह को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। एबीएसए अनीता शाह ने ब्लॉक के सभी शिक्षकों से कायाकल्प के सभी 19 पैरामीटर्स व ध्यानाकर्षण मॉड्यूल्स के अनुसार शिक्षण कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में सुधीर शुक्ला, अमरपाल सिंह, बलराम सिंह, मुनेश्वर सिंह भी मौजूद रहे।
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