लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट माॅनीटरिंग ग्रुप की बैठक आयोजित की गई, जिसमें ट्रांसगंगा सिटी-उन्नाव, सरस्वती हाईटेक सिटी-प्रयागराज, प्लास्टिक सिटी-दिबियापुर, अमृतसर-कोलकाता इन्डस्ट्रियल काॅरिडोर परियोजना की समीक्षा की गई।अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि निर्माण कार्यों में गति लाकर अवशेष कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराया जाये।
ट्रांसगंगा सिटी-उन्नाव की समीक्षा के दौरान के बताया गया कि ट्रांसगंगा सिटी परियोजना के फेज-1 एवं फेज-2 सिविल वर्क का कार्य दिनांक 31 मार्च, 2021 को पूर्ण हो चुका है तथा इलेक्ट्रिकल वर्क 31 जुलाई, 2021 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। सरस्वती हाईटेक सिटी-प्रयागराज के समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि सरस्वती हाईटेक सिटी परियोजना के फेज-1 एवं फेज-2 सिविल वर्क का कार्य दिनांक 31 मार्च, 2021 को पूर्ण हो चुका है तथा इलेक्ट्रिकल वर्क 31 जुलाई, 2021 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।प्लास्टिक सिटी दिबियापुर-औरैया की समीक्षा के दौरान बताया गया कि दिबियापुर में पुलिस चैकी अनुरक्षण कार्य पूर्ण हो चुका है। शासन स्तर से पुलिस कर्मियों की तैनाती के आदेश निर्गत कर दिये गये हैं। गेल के साथ रियायती दरों पर कच्चा माल, गैस सप्लाई एवं आवंटियों को मार्गदर्शन करने हेतु एम0ओ0यू0 दिनांक 31 मार्च, 2021 को हस्ताक्षरित की गई है। निर्बाध विद्युत आपूर्ति की उपलब्धता हेतु प्रबन्ध निदेशक, डी0वी0एन0एल0, आगरा से पुनः अनुरोध किया गया है। दिनांक 14 एवं 15 फरवरी, 2021 को जिला प्रशासन के सहयोग से आवंटियों को कब्जा हस्तान्तरण की कार्यवाही सम्पन्न हो चुकी है। 20 पट्टा धारकों में से 06 ने कब्जा प्राप्त कर लिया एवं एक आवंटी द्वारा निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। शासन के पत्र दिनांक 01 मार्च, 2021 द्वारा 65 एकड़ भूमि प्लास्टिक सिटी हेतु आरक्षित रखते हुये शेष को सामान्य उद्योगों हेतु आवंटन का निर्णय लिया गया है।अमृतसर-कोलकाता इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर की समीक्षा के दौरान बताया गया कि परियोजना के अन्तर्गत इन्टीग्रेटेड मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर आई0एम0सी0 के विकास हेतु पूर्व में जनपद कानपुर देहता के ग्राम भाऊपुर चिन्हित की गई थी, परन्तु किसानों द्वारा अत्यधिक भूमि के मुआवजे की मांग किये जाने के कारण इस क्षेत्र में आई0एम0सी0 के निर्माण के प्रस्ताव को रद्द कर दिया गया है। वर्तमान में परियोजना के अन्तर्गत आई0एम0सी0 के विकास हेतु प्राधिकरण की जनपद प्रयागराज में 1141 एकड़ एवं आगरा की 1064 एकड़ (429 हे0) भूमि चिन्हित कर प्रस्तावित की गयी। उक्त परियोजना के अन्तर्गत आई0एम0सी0 के विकास हेतु इन दोनों जनपदों का प्रस्ताव दिनांक 20 जनवरी, 2021 को मुख्यमंत्री जी से अनुमोदित कराकर शासन द्वारा एनआईसीडीसी तथा सचिव डीपीआईआईटी भारत सरकार को प्रेषित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त यह भी अवगत कराना है कि परियोजना के अन्तर्गत एसपीवी का गठन भारत सरकार से प्रस्ताव अनुमोदितध्चयनित होने के उपरान्त किया जायेगा।जनपद आगरा की भूमि के सम्बन्ध में जिलाधिकारी आगरा द्वारा अवगत कराया गया है कि चिन्हित भूमि का कब्जा प्राप्त कर लिया गया है तथा 50 प्रतिशत बाउण्ड्रीवाल का निर्माण किया जा चुका है। दिनांक 27 मई, 2021 से उक्त भूमि पर खेतों की मेड़ी आदि तोड़ कर भौतिक कब्जा लेने की कार्यवाही जारी है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी एन0आई0सी0डी0सी0 के द्वारा थीमपार्क परियोजना, जनपद-आगरा एवं सरस्वती हाईटेक सिटी परियोजना जनपद-प्रयागराज को आई0एम0सी0 के रूप में विकसित करने की सैद्धान्तिक सहमति प्रदान की गयी है और मुख्य कार्यपालक अधिकारी, एन0आई0सी0डी0सी0 द्वारा कन्सलटेन्ट का चयन करते हुए उक्त विषय में अग्रेतर कार्यवाही किया जाना प्रस्तावित है।बैठक में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव नियोजन आमोद कुमार सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।