प्रतापगढ़। जन सामान्य की शिकायतों एवं समस्याओं का त्वरित गति के साथ निस्तारण हो सके, इस उद्देश्य की पूर्ति के लिये प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन नोडल अधिकारी/मण्डलायुक्त प्रयागराज संजय गोयल की अध्यक्षता में आज तहसील रानीगंज में आयोजित किया गया। सम्पूर्ण समाधान दिवस में नोडल अधिकारी/मण्डलायुक्त प्रयागराज सहित जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल, पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल, मुख्य विकास अधिकारी प्रभाष कुमार, अपर जिलाधिकारी शत्रोहन वैश्य द्वारा क्रमबद्ध तरीके से फरियादियों की शिकायतों को सुना गया। रानीगंज सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 236 फरियादी अपनी समस्याओं के निस्तारण हेतु उपस्थित हुये जिनमें से 03 शिकायतें इस प्रकृति की पायी गयी , जिनका मौके पर निस्तारण कर दिया गया। सम्पूर्ण समाधान दिवस में आज कुल प्राप्त 236 शिकायतों में से 65 शिकायतें राजस्व विभाग से, पुलिस विभाग से 119, विकास विभाग से 25, शिक्षा से 01, स्वास्थ्य से 01 एवं 25 अन्य विभागों से सम्बन्धित शिकायते प्राप्त हुई।सम्पूर्ण समाधान दिवस में नोडल अधिकारी/मण्डलायुक्त प्रयागराज के समक्ष शिकायतकर्ता दिलीप कुमार निवासी ग्राम शाहपुर ने शिकायत किया कि ग्राम शाहपुर गाटा ख्या 430/1646 राजस्व अभिलेखों में खेल के मैदान के रूप में अंकित है। उसी भूमि पर गांव के ही कुछ लोग दबंगई के बल पर कब्जा करके पूर्ण रूप से अतिक्रमण कर लिया है । इस प्रकरण पर दूसरे क्षेत्र के आर0आई0 ने गलत रिपोर्ट लगा दी थी। जिस पर नोडल अधिकारी ने संज्ञान में लेते हुये इसके जांच कराने के निर्देश दिये ।उन्होंने कहा कि जांच कराकर सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारी के खिलाफ निलम्बन की कार्यवाही की जाये। पीडब्लूडी के सहायक अभियन्ता सम्पूर्ण समाधान दिवस में पूर्वान्ह 11 बजे तक उपस्थित नही हुये थे , जिस पर मण्डलायुक्त ने उन्हें स्पष्टीकरण हेतु निर्देशित किया। उन्होने कहा कि जिन व्यक्तियों द्वारा सरकारी जमीनों और तालाबों पर कब्जा किया गया है, उनका चिन्हीकरण किया जाये ।साथ ही धारा-63 के अन्तर्गत वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करें।नोडल अधिकारी/मण्डलायुक्त प्रयागराज ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिला स्तरीय अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुये कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में जनता की जो शिकायतें प्राप्त हो रही है। इन शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाये। उन्होने कहा कि शिकायतों के निस्तारण में जो आख्या अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा प्राप्त होती है ,उस आख्या का परीक्षण जनपद स्तरीय अधिकारी अनिवार्य रूप करें कि जो आख्या प्राप्त हो रही है, वह गुणवत्तापूर्ण है कि नही। क्योंकि गलत आख्या प्राप्त होने पर शिकायतों का निस्तारण नही हो पाता और शिकायकर्ता द्वारा बार-बार उसी शिकायत को सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्रस्तुत किया जाता है। उन्होने निर्देशित किया कि शिकायतों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर शिथिलता या लापरवाही को बहुत ही गम्भीरता के साथ लिया जायेगा। इसलिये सभी अधिकारीगण शासन की मंशा के अनुरूप सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण एवं त्वरित गति से किया जाये। उन्होने यह भी अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायकर्ताओं को बेवजह परेशान न किया जाये । उनकी शिकायत को गम्भीरता के साथ सुना जाये। बैठक में समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।