फिरोजाबाद में डेंगू का कहर, अब तक 50 लोगों की गई जान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आगरा के पास फिरोज़ाबाद में डेंगू का कहर बरपा रहा है। अब तक डेंगू से 50 लोगों की जान चली गई हैं। मृतकों में 40 से ज्यादा बच्चे शामिल हैं। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और नेशनल वेक्टर बोर्न डिसीज़ कंट्रोल प्रोग्राम से जुड़े विशेषज्ञों की एक टीम को फिरोज़ाबाद भिजवाया है ताकि बीमारी पर काबू पाया जा सके। इसके अलावा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड 19 के लिए अस्पतालों में जो बेड रिज़र्व किए गए हैं। वायरल बुखार से पीड़ित मरीज़ों के लिए उनका इस्तेमाल किया जाए। फिरोजाबाद में केंद्र की टीम टीम सोमवार को अपनी विस्तृत रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपेगी। फिरोजाबाद और आसपास से अब तक करीब 200 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 100 से ज़्यादा में डेंगू की पुष्टि हुई। कुछ सैंपल्स में बैक्टीरिया जनित स्क्रब टाइफस के भी मामले मिले हैं। यह रोग झाड़ियों में पाए जाने वाले मकड़ी जैसे छोटे जीव के काटने से होता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को एनसीडीसी की जो टीम भेजी है, उसमें वेक्टर बॉर्न डीसीज के जानकर और एनटोमोलोजिस्ट हैं। फिरोज़ाबाद में हाल में पदस्थ किए गए नये सीएमओ दिनेश कुमार प्रेमी ने डेंगू और वायरल बुखार से 50 लोगों की मौत होने की पुष्टि की। हालांकि, रिपोर्ट्स में यह आंकड़ा 65 तक भी बताया गया। प्रेमी ने यह भी बताया कि फिरोज़ाबाद के नौ ब्लॉक और नगर निगम का एक इलाका प्रभावित पाया गया। प्रेमी के मुताबिक फिरोज़ाबाद में 36 कैंप लगाए गए हैं और बुखार के मरीज़ों समेत यहां 3719 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं। यह स्थिति देखते हुए सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मरीज़ों के इलाज के लिए सभी और सर्वोत्तम इंतज़ाम होने चाहिए। मरीज़ों को दवाइयों और मेडिकल उपकरणों की कमी नहीं पड़नी चाहिए। योगी ने आगरा और फिरोज़ाबाद के मरीज़ों के लिए तमाम व्यवस्थाएं करने के लिए मेडिकल शिक्षा के प्रधान सचिव आलोक कुमार को ज़िम्मेदारी दी।