प्रतापगढ़। किसान आंदोलन को लेकर जो बात कहने में भाजपा के नेता परहेज करते रहे, वह बात रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उसे एक झटके में कह दी। राजा भइया ने यह बात ऐसे मौके पर कही है जब 40 किसान संगठनों के संयुक्त मोर्चे ने महापंचायत बुला रखी है।किसानों के हित में केन्द्र की मोदी सरकार ने कृषि कानून में तीन संशोधन किए हैं। इस संशोधन के बाद विपक्ष ने पहले मोदी सरकार को घेरा कि मंडी और एमएसपी खत्म की जा रही है। अब पिछले नौ महीने से दिल्ली की सरहद पर सड़क घेरकर आंदोलन किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि यह आंदोलन किसान कर रहे हैं। आंदोलन की अगुवाई भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत और उनके प्रवक्ता भाई राकेश टिकैत कर रहे हैं। 5 सितंबर 2021 को नरेश टिकैत और राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत बुलाई है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि सांसद और विधायक अपने क्षेत्रों में जाकर किसानों को हकीकत बताएं। लेकिन भाजपा के नेता प्रधानमंत्री मोदी की अपेक्षाओं पर खरे नहीं साबित हो सके। भाजपा के नेता आंदोलन कर रहे किसान नेताओं के बारे में कुछ बोलने से कतराते रहे। अब जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भइया ने इस मुद्दे पर दो टूक बात कही है। 31 अगस्त 2021 को अयोध्या में रामलला के दर्शन से जनसेवा संकल्प यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान राजा भइया ने कहा कि असली किसान खेतों में पसीना बहा रहा है। किसानों को समय से खाद, बीज और सिंचाई के लिए पानी चाहिए। फसल तैयार हो जाने के बाद उसकी उपज की बिक्री एमएसपी पर होनी चाहिए। कोई भी सरकार एमएसपी को देश से खत्म नहीं कर सकती है।जो लोग किसान के नाम पर आंदोलन कर रहे हैं वह असली किसान नहीं है। यह लोग एमएसपी खत्म होने की बात कहकर किसानों के बीच भ्रम फैला रहे हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी की भी यही इच्छा है कि किसानों के मुद्दे पर बात साफ की जाये। पार्टी के नेता इस मुद्दे पर दो टूक बोलें। पर पार्टी के नेता इस बात को कहने में डर रहे हैं कि कहीं किसान उनसे नाराज न हो जाए। अब इस मुद्दे पर राजा भइया ने दो टूक बात कहकर भाजपा नेताओं को शर्मसार कर दिया है।