महिलाओं, विरोधियों और अल्वसंख्यकों के हितों को सम्मान देकर जीता जा सकता है विश्व समुदाय का भरोसा

वाशिंगटन । अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अब तालिबान के समक्ष अंतरराष्ट्रीय वैधता और समर्थन हासिल करने की चुनौती है। उन्होंने कहा तालिबान अपनी नागरिक प्रतिबद्धताओं और दायित्वों को पूरा करके विश्व समुदाय का समर्थन हासिल कर सकता है। मंगलवार तड़के अफगानिस्तान में अपना मिशन समाप्त करने के कुछ घंटे बाद अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में यह बात कही। ब्लिंकन ने कहा तालिबान अंतरराष्ट्रीय वैधता और समर्थन चाहता है। तालिबान प्रतिबद्धताओं और दायित्वों को पूरा करके ऐसा कर सकता है। इसके लिए उसे यात्रा की स्वतंत्रता देना होगा। इसके साथ ही महिलाओं और अल्पसंख्यकों सहित अफगान लोगों के मूल अधिकारों का सम्मान करना, आतंकवाद के विरोध की प्रतिबद्धताओं पर कायम रहने, विरोधियों पर प्रतिशोध की हिंसा नहीं करने आदि उपायों से तालिबान विश्व समुदाय और अफानों का भरोसा जीत सकता है। ब्लिंकन ने कहा कि तालिबान को अफगानिस्तान में एक ऐसी समावेशी सरकार बनानी होगी जो अफगानों की जरूरतों-आकांक्षाओं को पूरा कर सके। ब्लिंकन ने कहा अमेरिका पिछले कुछ हफ्तों के दौरान रेस्क्यू ऑपरेशन में तालिबान के साथ जुड़ा रहा। उन्होंने कहा, हम उस नई अफगान सरकार के साथ काम करने के इच्छुक हैं, जो उन हितों को सुरक्षित करने में मदद करता है- जिसमें मार्क फ़्रीरिच की सुरक्षित वापसी शामिल है। मार्क फ़्रीरिच एक अमेरिकी नागरिक हैं, जो पिछले साल की शुरुआत से इस क्षेत्र में बंधक हैं। ब्लिंकन ने कहा लेकिन हम इसे विश्वास के आधार पर नहीं करेंगे। हम जो भी कदम उठाएंगे, वह तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के कहने पर नहीं बल्कि अपनी प्रतिबद्धताओं पर खरा उतरने के लिए होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता देना जारी रखेगा। ब्लिंकन ने कहा हम मानते हैं कि जब हम अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ समन्वय में काम करते हैं, तो हम और अधिक हासिल कर सकते हैं। पिछले दो हफ्तों में, हमने योजना बनाने और समन्वय करने के लिए सहयोगियों और भागीदारों के साथ गहन चर्चा की है। उन्होंने कहा कि मैंने नाटो और जी-7 के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की है। मैंने अपने दर्जनों समकक्षों के साथ आमने-सामने बात की है। पिछले हफ्ते, राष्ट्रपति बाइडेन ने जी-7 देशों के नेताओं से मुलाकात की। उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मन हर दूसरे दिन दुनिया के सभी क्षेत्रों से 28 सहयोगियों और भागीदारों के एक समूह से बात कर रहे हैं।