दिग्गज फुटबॉलर चंद्रशेखर नहीं रहे

पूर्व ओलंपियन और 1962 एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय फुटबॉल टीम में शामिल रहे खिलाड़ी ओ चंद्रशेखर का निधन हो गया। चंद्रशेखर 85 वर्ष के थे और उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे। उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। डिफेंडर की भूमिका निभाने वाले चंद्रशेखर कुछ टूर्नामेंटों में भारतीय टीम के कप्तान भी रहे हैं। वह 1962 जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम के अलावा 1960 रोम ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली भारतीय टीम में भी शामिल थे। त्रिशूर जिले के इरिंजालाकुडा के रहने वाले इस पूर्व खिलाड़ी ने 1958-1966 तक 25 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने 1959 में एशियाई कप क्वालीफायर्स से अपने खेल की शुरुआत की थी। वह साल 1961 में मर्डेका कप में भाग लेने वाली भारतीय टीम में भी शामिल थे। उन्होंने घरेलू स्तर पर 1959-1965 तक संतोष ट्रॉफी में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया था। जिसमें 1963 में टीम चैम्पियन बनी। वह 1958 से 1966 तक कैल्टेक्स क्लब और फिर 1967 से 1972 तक भारतीय स्टेट बैंक की ओर से खेलते रहे। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने चंद्रशेखर के निधन पर शोक जताया है। अपने शोक संदेश में एआईएफएफ अध्यक्ष वह अब तक की सबसे सफल भारतीय टीमों में से एक का महत्वपूर्ण हिस्सा थे और भारत में खेल में उनका योगदान कभी भूला नहीं जाएगा। वहीं एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने कहा कि चंद्रशेखर कई पीढ़ियों के लोगों के लिए एक प्रेरक व्यक्ति रहे हैं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।