सोनभद्र। प्रदेश के उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग राम नरेश पासवान व प्रदेश के सदस्य अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग श्रवण कुमार गौंड़ व अमरेश चन्द्र चेरो ने सोनभद्र जिले के भ्रमण के दौरान कलेक्ट्रेट मीटिंग हाल में समीक्षा बैठक की। उपाध्यक्ष व सदस्य उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समाज के व्यक्तियों के समस्याओं के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि जनपद सोनभद्र प्रदेश का आदिवासी-अनुसूचित जाति एवं जनजाति बाहुल्य जिला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व भारत सरकार द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के भलाई के लिए चलायी जा रही योजनाआं का लाभ सभी पात्रों तक पहुंचाया जाय। उन्होंने केन्द्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के भलाई के लिए सरकारें तत्पर हैं। किसी भी हाल में अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के लोगों की उपेक्षा न होने पायें और ना ही किसी प्रकार का उत्पीड़न होने पायें।उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के व्यक्तियों के साथ अगर कहीं मारपीट या उत्पीड़न होता है, तो पुलिस रिपोर्ट प्राप्त करते हुए अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार उत्पीड़न निवारण के तहत आर्थिक मदद देने के साथ ही अवांछनीय तत्वों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही के लिए बेहतर पैरवी भी की जाय। उन्होंने कहा कि सोनभद्र वास्तव में आदिवासी बाहुल्य और वनों से अच्छादित जिला है। वन विभाग के अधिकारी अनावश्यक रूप से आदिवासी लोगों को परेशान न करें। वनाधिकार अधिनियम के तहत जंगलों में निवास करने वाले अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के लोगों को नियमानुसार वनाधिकार का पट्टा भी उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा क जिले में सफाई कर्मियों की तैनाती है, मगर सफाई कर्मी मोटी रकम तनख्वाह के रूप में पाते हुए भी आदिवासी गांवों में सफाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत राज अधिकारी सफाई कर्मियों से उनका मूल कार्य यानी गांवों में झाड़ू लगाने,सफाई कराने का कार्य करें। उन्हांेंने कहा कि भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ जो अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के लोगों तक पहुंचाया गया है, उसकी विभागवार सूची तैयार करके सम्बन्धित विभाग के अधिकारी सरकार द्वारा लाभान्वित किये गये जिले के अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के लोगों को भी बतायेें। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के लोगों के उत्थान के लिए धन की कोई कमी नहीं है, जरूरत है पात्रों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना और योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करना। बैठक में उन्होंने बारी-बारी से सम्बन्धित अधिकारियों को दायित्वबोध कराते हुए कहा कि आगामी बैठक में सभी जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चत कराते हुए अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के लिए चलायी जा रही योजनाओं व दिये गये लाभों के बारे में विस्तार से समीक्षा की जायेगी। उपाध्यक्ष ने समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के नागरिकों को बेहतर सुरक्षा का माहौल प्रदान करने के साथ ही उनसे जुड़े मुकदमों के निस्तारण मेें तेजी लाकर अनुसूचित जाति व जनजाति के नागरिकों की मदद की जाय।इस मौके पर जिला विकास अधिकारी रामबाबू त्रिपाठी, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 नेम सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर यादव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहें।
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