चित्रकूट। बसपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में राष्ट्रीय महासचिव ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने की बात कहकर वोट तो ले लिया अब उनकी जमीने भी लेने की योजना बनाई जा रही है। जिसके तहत किसान विरोधी बिल लाया गया है। युवाओं को रोजगार देने का वादा किया। रोजगार तो नहीं दिया अलबत्त करोड़ों लोग बेरोजगार हुए हैं।
गुरुवार को मुख्यालय से सटे अमानपुर स्थित एक गेस्ट हाउस में आयोजित बसपा प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा ने कहा कि जिस तरीके से ब्राम्हण और दलित समाज के लोगो की खुलेआम हत्या और उत्पीड़न किया जा रहा है उन सभी लोगो के पास पूरे प्रदेश में जाएंगे। कहा कि जिस तरह किसानों के बिल को हल्ला मचाकर पास करा लिया उसी तरह राम मंदिर का बिल भी पास करा लिया होता। फैसला सर्वोच्च न्यायालय ने किया है, भाजपा ने नहीं। अयोध्या में सिर्फ अपने प्रचार के नाम पर पैसा खर्च किया है। अयोध्या के नाम पर हजारों करोड़ो रुपए बजट से निकाला, लेकिन फिर भी पूरे प्रदेश में अयोध्या का सबसे ज्यादा बुरा हाल है। पांच अगस्त 2020 को भूमि पूजन नही ईट पूजन किया था। अभी तक नींव तक नही डाली गई। ब्राम्हणों से वोट और नोट लेने के बाद उनको गोली मारने का आदेश दिया जाता है। कहा कि हर दो घंटे में यूपी में एक महिला के साथ बलात्कार होता है। बिकरु कांड में फर्जी रिपोर्ट पेश की गई और बिकरु कांड के नाम पर निर्दोष लोगों की हत्या करायी गयी। बहुजन समाज पार्टी की सरकार आने पर सभी मामलो की जाँच करायी जाएगी। बसपा सरकार में रात में भी बिना डर के खुलेआम महिला अपने घर से निकलती थी। किसानों की जमीन पर भी अब इन लोगो की निगाहे हैं। किसानों के आंदोलन में पांच सौ से ज्यादा लोगो की मौत हो गयी, लेनि इनको कोई फर्क नही पड़ता। निजीकरण के नाम पर देश की सारी संपत्ति बेच दी है।इसके पूर्व राष्ट्रीय महासचिव के धर्मनगरी पहुंचने पर पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने चित्रकूट पहुंचकर भगवान कामदनाथ के दर्शन कर परिक्रमा लगाई। इस मौके पर जिलाध्यक्ष शिवबाबू, मंडल कोआर्डिनेटर शैलेन्द्र बाबू, पूर्व विधायक चन्द्रभान सिंह पटेल, विस अध्यक्ष सोनपाल वर्मा, इकराम वर्मा, रावेन्द्र वर्मा, दरबारीलाल, दुर्गा प्रसाद, सुशील श्रीवास्तव, जिला पंचायत सदस्य मीरा भारती, कुलदीप सिंह, बलबीर पाल, हरिदास निषाद, उमाकांत त्रिपाठी, शिवाकांत त्रिपाठी, जगदीश यादव, कैरा महाराज, सुरेश तिवारी एड, शिवबाबू गर्ग, रामबाबू शर्मा, रामकिशोर कुशवाहा, सुरेश कुमार आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।