कोरोना काल में इम्युनिटी बढ़ाएगा योग- प्रो सीमा सिंह

प्रयागराज।योग स्वयं को प्रकृति के साथ जोड़ने का साधन है। कोरोना काल में इम्युनिटी बढ़ाने में योग की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज जीवन शैली में परिवर्तन की आवश्यकता है। सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह योग के माध्यम से ही संभव है। उक्त उद्गार उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने योग पखवाड़ा (७ से २१ जून) के शुभारंभ के अवसर पर व्यक्त किए।
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा के तत्वावधान में ७ से २१ जून २०२१ तक ऑनलाइन योग पखवाड़ा का आयोजन किया गया है। आज इस पखवाड़े का उद्घाटन करते हुए प्रोफेसर सिंह ने कहा कि योग सनातन भारतीय ज्ञान धारा का एक अमृत बिंदु है जिसे किसी भी धर्म का अनुयाई सहजत: स्वीकार कर सकता है।किसी भी अवस्था के व्यक्ति इसका ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि योग हमारे देश की प्राचीन धरोहर है। यह विज्ञान सम्मत होने के कारण ही सत्य एवं सनातन है। योग से मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित होता है। जीवन के सभी पहलुओं में योग भावनात्मक संतुलन का कार्य करता है।कार्यक्रम समन्वयक स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा के निदेशक प्रो गिरिजा शंकर शुक्ल ने कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह का स्वागत करते हुए आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत की।प्रोफेसर शुक्ल ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय इस योग पखवाड़े के माध्यम से अच्छे योग्य प्रशिक्षक तैयार करेगा, जिससे पूरे प्रदेश में योग के माध्यम से लोगों को मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ रखा जा सके। योग का हमारे शरीर और मन से बड़ा जुड़ाव है।इस अवसर पर विश्वविद्यालय के योग परामर्शदाता अमित कुमार सिंह ने सूक्ष्म व्यायाम, प्राणायाम, ध्यान आदि के अभ्यास कराए। उन्होंने बताया कि आसन, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से हम मन स्वांस और शरीर के विभिन्न अंगों में सामंजस्य बनाना सीखते हैं।मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि २१ जून तक चलने वाले इस योग पखवाड़े में देश के जाने-माने योग विशेषज्ञ योग की विभिन्न विधाओं के बारे में ऑनलाइन प्रशिक्षण देंगे। जिनमें प्रमुख रूप से योग विशेषज्ञ एवं उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव होमगाड्र्स अनिल कुमार, देश के जाने माने योग विशेषज्ञ एवं मास्टर ट्रेनर योगेंद्र सिंह योगी, दर्शन शास्त्र के प्रोफेसर जटाशंकर एवं डॉ अतुल मिश्र, बीबीएयू की प्रोफेसर सुनीता मिश्रा, एसआईईटी की ललिता प्रदीप, डॉ अभिषेक कुमार, प्रो जी एस शुक्ल तथा कुलसचिव डॉ अरुण कुमार गुप्ता आदि प्रमुख हैं।डॉ मिश्र ने बताया कि विश्वविद्यालय के लोकप्रिय योग कार्यक्रम में अभी तक ६० हजार से ज्यादा शिक्षार्थी योग में जागरूकता, प्रमाण पत्र, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा एवं परास्नातक कार्यक्रम पूर्ण करके देश के विभिन्न योग संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस योग पखवाड़े के आयोजन का मकसद ऐसे योग प्रशिक्षकों की फौज तैयार करना है जो कोरोना काल में मानवता की सेवा कर सकें।