चने की दाल रोज खाने से हड्डियों में आ जाती है जान

नई दिल्ली । चने की दाल रोज खाने से बुढी हड्डियों में भी जान आ जाती है। इस दाल में चिकन और अंडे से भी ज्‍यादा प्रोटीन होता है। चना दाल से न केवल शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है बल्कि इससे कई तरह की रेसिपी भी तैयार की जा सकती है। पोषण विशेषज्ञ नमामी अग्रवाल ने हाल ही में चना दाल खाने के फायदे और इसे अपने आहार में शामिल करने के तरीके शेयर किए। दरअसल, चना दाल के ढेरों फायदे हैं। यह शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन का बेहतर स्रोस है। इसमें बी-कॉम्पलेक्स विटामिन होता है जो ग्लूकोज मेटाबोलिज्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो शरीर के अंगों को सूजन से बचाते हैं। चने की दाल में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और कैलोरी कम होती है। इसे नियमित खाने से वजन नियंत्रित रहता है। रोजाना 30 ग्राम चना दाल का सेवन करने से 6 से 7 ग्राम प्रोटीन मिलता है। इसलिए इसे हेल्दी सुपरफूड माना जाता है। इस दाल को अपनी डाइट में शामिल करने से इम्यूनिटी बढ़ती है और बीमारियां दूर रहती हैं। यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होती है। इसमें फाइबर की मात्रा होती है जो ब्लड स्ट्रीम में ग्लूकोज को रिलीज करने में मदद करती है और ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखती है।आमतौर पर सभी प्रकार की दालों में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है। इसलिए दालों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। अगर आप टूटते बालों या बालों के डैमेज होने से परेशान हैं, तो आपको नियमित चना दाल का सेवन करना चाहिए। यह फोलिक एसिड से भरपूर होता है, जो स्कैल्प को पोषण देता है और बालों को जड़ से मजबूत बनाता है। इससे बाल टूटने की समस्या कंट्रोल हो जाती है।