कोविड की दूसरी लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन के साथ बरेका

प्रयागराज।महाप्रबंधक, बनारस रेल इंजन कारखाना अंजली गोयल ने सोमवार को बरेका केंद्रीय अस्पताल में ६१० लीटर प्रति मिनट क्षमता के पीएसए ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र की स्थापना के लिए निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने संयंत्र को निर्मित करने के लिए किए जा रहे कार्यों पर संतोष व्यक्त किया तथा संयंत्र को जल्द से जल्द संचालित करने के संबंध में अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होने संयंत्र के कमिशनिंग के समय सभी संरक्षा निर्देशों के अनुपालन का निर्देश दिया। इस संयंत्र की स्थापना जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी फंड से की जा रही है। इससे केंद्रीय अस्पताल, बरेका में ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की संख्या ४० से बढ़कर १०० हो जाएगी, जिससे कोविड उपचार की तैयारियों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।संभावित कोविड प्रभावित बच्चों के लिए विशेष बाल चिकित्सा वार्ड की तैयारियों की भी समीक्षा की गई। जिला प्राधिकारियों की सलाह पर बरेका ने बच्चों के लिए १८ ऑक्सीजन बेड, ६ आईसीयू बेड, ७ बाई-पैप मशीन और ३ हाई फ्लो नेज़ल कैनुला की व्यवस्था की है। दवाओं और अन्य आवश्यक उपकरणों की खरीद लगभग पूरी कर ली गई है। बरेर्कीa अस्पताल के अंतर्गत लगभग ३६०० बच्चों के देखरेख के दायित्व को देखते हुए यह एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा है।दूसरी लहर के दौरान जैसे ही कोविड के मामले बढ़े, वाराणसी के जिला प्रशासन और बरेका के बीच समन्वय और सहयोग ने इससे निपटने में ठोस प्रयास किए एवं नई ऊंचाइयों को छुआ। संकट काल के दौरान एक ही रात में, ०४ भरे हुए बड़े ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल द्वारा की गई थी। इसके अलावा एम्बुलेंस सेवाओं, दवाओं और ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति से बरेका अस्पताल में भर्ती मरीजों का सुरक्षित इलाज एवं रिकवरी सुनिश्चित हुई।जिला प्रशासन के अनुरोध पर, बरेका ने होमी भाभा कैंसर अस्पताल को कोविड आपात स्थिति के लिए पांच वेंटिलेटर दिए। जिले में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए ४२० लीटर क्षमता के दो एयर रिजर्वायर की आपूर्ति के साथ-साथ ५० ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध कराए गए। सरकार के टीकाकरण के लक्ष्य को मिशन के रूप में आगे बढ़ाते हुए, बरेका ने राज्य सरकार द्वारा आपूर्ति की गई कोविड वैक्सीन की खुराक को पूरी तरह से उपयोग में लाने के लिए सभी उपाय किए हैं। अब तक २९५३० व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया है। इनमें बड़ी संख्या में गैर -रेलवे व्यक्ति है। बरेका, काशी वासियों के बीच सबसे अधिक मांग वाले टीकाकरण केंद्रों में से एक है। बरेका द्वारा ५ जून २०२१ तक ५२७६ से अधिक आरएटी परीक्षण और ६०८६ आरटी-पीसीआर परीक्षण किए गए।महाप्रबंधक बरेका अंजली गोयल ने दूसरी कोविड लहर से निपटने के लिए, अनुभवी प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में बरेका मेडिकल टीम के समर्पण एवं उत्कृष्ट प्रयासों की अत्यधिक सराहना की। मेडिकल टीम ने दो महीने से अधिक समय तक अनथक कार्य करते हुए कोविड मरीजों की चिकित्सा की और ठीक होने के बाद उनकी देखभाल सुनिश्चित किया। बरेका ने परीक्षण, पहचान एवं उपचार मंत्र के साथ परिसर और उसके बाहर के निवासियों मे फैल रहे कोविड का पता लगाया व उन्हें स्वस्थ करने मे नेतृत्वकारी भूमिका निभाई। परिसर में विशेष अभियान चलाकर १५०० लक्षण विहीन व्यक्तियों का परीक्षण किया गया इससे संभावित कोविड प्रसारकों की समय पर पहचान हुई और कोविड का प्रसार रुका। दूसरी लहर के दौरान, बरेका ने कोविड के खिलाफ लड़ाई में हर विभाग को शामिल करने का अनूठा कदम उठाया। वरिष्ठतम अधिकारियों के नेतृत्व में सभी विभागों के १०० से अधिक स्वयंसेवकों ने ऑक्सीजन की आपूर्ति, कोविड रोगी की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता, वितरण और परामर्श गतिविधियों की निगरानी की। महाप्रबंधक ने कहा कि बरेका परिसर में शुरुआत में कोविड पॉज़िटिव की ऊंची दर से निपटने में कर्मचारियों, कर्मचारी परिषद के सदस्यों की टीम भावना ने अनुकरणीय सफलता दर्ज की। इस टीम की कार्य प्रणाली और मेडिकल टीम के समर्पित देखभाल से दूसरी लहर में २०ज्ञ् से अधिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कोविड से प्रभावित होने के बावजूद इस उत्पादन इकाई ने कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करते हुए उत्पादन कार्य जारी रखा। इस अवधि (अप्रैल-मई २०२१) में पिछले वर्ष के ८ रेल इंजनों के उत्पादन की तुलना में ३४ विद्युत रेल इंजन एवं मोज़ाम्बिक निर्यात के लिए एक डीजल रेल इंजन का उत्पादन किया गया।