श्रीनगरए |पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने 15 वर्षीय एक बालक को गैर कानूनी गति विधि रोकथाम अधिनियम 1967 (यूएपीएद्ध) के तहत गिरफ्तार करने को संस्थागत अत्याचार करार देते हुए सोमवार को कहा कि देश में क्या किसी को इसकी चिंता है।पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपीद्ध) की अध्यक्ष सुश्री महबूबा ने कहाए श् इस शासनकाल में कश्मीर में असहमति को कुचल दिया गया हैए इसे एक खुली जेल में परिवर्तित कर दिया गया है और इससे संतुष्ट न होकर अब बच्चों को निशाना बनाया जा रहा है। सुश्री मुफ्ती ने माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर लिखाए एक 15 वर्षीय बालक को यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया जाना संस्थागत अत्याचार का एक और उदाहरण है। कश्मीर को एक खुली जेल में परिवर्तित कर दिये जाने के बाद अब बच्चों को निशाना बनाया जा रहा है। इस शासनकाल में असहमति को कुचल दिया गया है। देश में क्या किसी को इसकी परवाह है।वह कुपवाड़ा जिले में एक अंतिम संस्कार कार्यक्रम में ष्राष्ट्र विरोधीष् नारे लगाने वाले 10 वीं कक्षा के एक छात्र को यूएपीए के तहत गिरफ्तार किये जाने की रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहीं थी।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post