परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र, शौर्य चक्र से सम्मानित हुए सैनिक

लखनऊ । प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को राजभवन में आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित ‘गैलेन्ट्री आवार्ड’ सम्मान समारोह में कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय को परमवीर चक्र (मरणोपरांत), कोमोडोर अरविन्द सिंह को महावीर चक्र, नौसेना मेडल, ब्रिगेडियर प्रशांत कुमार घोष, कर्नल विमल किशनदास बैजल, कर्नल रघुनाथ प्रसाद चतुर्वेदी, मेजर विष्णु स्वरूप शर्मा, हवलदार कुंवर सिंह चैधरी (मरणोपरांत) तथा नायक राजा सिंह (मरणोपरांत) आदि को वीर चक्र, मेजर कमल कालिया (मरणोपरांत), लेफ्टिनेंट हरी सिंह बिष्ट (मरणोपरांत) तथा ओनोररी कैप्टन चंचल सिंह आदि को शौर्य चक्र, ब्रिगेडियर नवीन सिंह को वीर चक्र, विशिष्ट सेवा मेडल, कर्नल बलराज शर्मा, ले. कर्नल ज्योति लामा तथा ओनोररी कैप्टन गोकुल कुमार प्रधान आदि को शौर्य चक्र से सम्मानित किया।कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय का परमवीर चक्र सम्मान (मरणोपरांत) उनके पिता गोपी चंद पाण्डे, हवलदार कुंवर सिंह चैधरी का वीर चक्र सम्मान (मरणोपरांत) उनकी पत्नी वीर नारी लक्ष्मी देवी, नायक राजा सिंह का वीर चक्र सम्मान (मरणोपरांत) उनकी पत्नी वीर नारी चंद्रा देवी, मेजर कमल कालिया का शौर्य चक्र सम्मान (मरणोपरांत) उनकी पत्नी वीर नारी अर्चना कालिया, लेफ्टिनेंट हरि सिंह बिष्ट का शौर्य चक्र सम्मान (मरणोपरांत) उनकी माता वीर नारी शांति बिष्ट ने प्राप्त किया।इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग व बलिदान के कारण ही हम आज आजादी की ऊर्जा का अनुभवन कर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे वीर सैनिकों का जीवन हमारी युवा पीढ़ी के लिये प्रेरणा का स्रोत है। युवा पीढ़ी वीर सैनिकों के आदर्शों को जाने-समझें और उनके परिवार के प्रति जो हो सकता है, उसमें सहयोग करें। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने गैलेन्ट्री आवार्ड से सम्मानित सभी विजेताओं को बधाई देते हुए कहा भारतीय सेना के प्रति मेरे हृदय में विशेष स्थान है। हमारी सशस्त्र सेनाओं ने युद्ध और शांति के समय समभाव रूप से देश की सेवा के अपने लम्बे इतिहास से स्वयं को तथा अपनी मातृभूमि को गौरव प्रदान किया है। देश की सीमाओं का सुरक्षित होना न केवल देश की अस्मिता एवं सम्मान के लिये आवश्यक है वरन् देशवासियों की सुख-शान्ति एवं प्रगति के लिये भी अपरिहार्य है। हमारी सीमाओं पर कई बार संकट के बादल आये किन्तु हमारे सैनिकों की बहादुरी और पूरे राष्ट्र की एकजुटता के कारण देश की अखण्डता एवं सम्मान पर आंच नहीं आने पायी। यह सत्य है कि सैनिकों के त्याग और बलिदान के कारण ही हम सब देशवासी सुख शान्ति का जीवन व्यतीत कर पाते हैं।