नई दिल्ली । कोरोना काल के दौरान शेयर बाजारों में खुदरा निवेशकों की संख्या में जोरदार उछाल आया है। इस दौरान मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली के जरिए शेयरों में कारोबार बढ़ा है। सेबी प्रमुख अजय त्यागी ने यह बात कही। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान प्रतिभूति बाजारों में आए कई बदलाव के बारे में बताया। त्यागी ने निवेश और प्रतिभूति कानून में एलएलएम को लेकर हाल ही में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ट्रेडिंग ने पारंपरिक तरीके से किए जाने व्यापार की जगह ले ली है। नए उत्पादों और सेवाओं का उदय हुआ है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग का उपयोग करने वाली रणनीतियां भी इस दौरान चलन में आईं। त्यागी के अनुसार कई वर्षों से जारी इन परिवर्तनों ने यह साबित किया है कि भारतीय प्रतिभूति बाजार के लिए भारत में मौजूद कानून सबसे गतिशील कानूनों में से एक हैं। दुनिया भर की कंपनियां अब बैंक वित्त के बजाय अपनी कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिभूति बाजारों पर अधिक से अधिक भरोसा कर रही हैं। प्रतिभूति कानून एक अलग तरह की विविधता और गतिशीलता प्रदान करते हैं।