नयी दिल्ली | राज्यसभा में मंगलवार को अभूतपूर्व घटनाक्रम में आम आदमी पार्टी के संजय सिंह महासचिव की मेज चढ़ गये और अन्य सदस्य भी यह प्रयास करने लगे जिसके कारण सदन में अफरातफरी का माहौल हो गया और लगातार तीन बार स्थगित करनी पड़ी।स्थिति को भांपते हुए पीठासीन अधिकारी भुवनेश्वर कालिता ने सदन की कार्यवाही दो बजकर 20 मिनट पर पहले 15 मिनट के लिए, फिर 30 मिनट के लिए और तीसरी बार तीन बजकर पांच मिनट पर चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भोजनावकाश के बाद श्री कालिता ने ‘कृषि से संबंधित समस्याओं और इनके समाधान’ पर अल्पकालिक चर्चा शुरू करायी तो विपक्ष दल के सदस्य उस पर आपत्ति करने लगने और उन्होंने हंगामा शुरु कर दिया। इसी दौरान कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड मुनेत्र कषगम, वामदल और आम आदमी पार्टी के सदस्य सदन के बीच में आ गये और शोरगुल करने लगे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना के सदस्य भी अपनी सीट के निकट खड़े होकर नारे लगाते दिखायी दिये।इस दौरान आम आदमी पार्टी के सदस्य संजय सिंह महासचिव की मेज पर चढ़ गये और नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी मेेज चढ़ने का प्रयास करने लगे। इससे सदन में अफरातफरी का माहौल हो गया। सदन में तैनात चार – पांच मार्शलों ने महासचिव देश दीपक वर्मा को सुरक्षित वहां से निकाला और श्री सिंह को हाथ पकड़कर मेज से उतारा। सदन की स्थिति को भांपते हुए श्री कालिता ने दो बजे कर 20 मिनट पर 15 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।इसके बाद दो बजकर 35 मिनट पर कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष के सदस्य महासचिव की मेज पर बैठे हुए थे। इसे देखकर श्री कालिता ने सदन की कार्यवाही फिर 30 मिनट के लिए फिर स्थगित कर दी। इस बीच प्रेस दीर्घा से पत्रकारों को बाहर जाने के लिए कह दिया गया। बाद में सदन की बैठक चार बजे तक के लिए स्थगित की गयी।अल्पकालिक चर्चा की शुरुआत से पहले कांग्रेस के जयराम रमेश ने कहा कि उन्होंने कृषि और किसानों की स्थिति पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया था जिसे उनसे पूछे बिना ही अल्पकालिक चर्चा में परिवर्तित कर दिया गया है जोकि नियमों के विरुद्ध है।