टोक्यो । भारतीय भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने कहा है कि वह ओलंपिक रिकार्ड बनाने का प्रयास कर रहे थे। नीरज के अनुसार वह नार्वे के आंद्रियास थोरकिल्डसन के 90.57 मीटर 2008 बीजिंग ओलंपिक में बनाये गये ओलंपिक रिकार्ड को तोड़ना चाहते थे पर उसमें सफल नहीं रहे। नीरज के अनुसार पहले दो थ्रो 87 मीटर से ऊपर के फेंकने के बाद मैंने सोचा कि मैं ओलंपिक रिकार्ड की कोशिश कर सकता हूं पर ऐसा नहीं हो पाया। ’’नीरज के अनुसार पहले दो थ्रो अच्छे फेंकने के बाद वह कुछ नहीं सोच रहे थे क्योंकि उन्हें पहले ही लग गया था कि कि उन्हें विशेष उपलब्धि हासिल हो गयी है। वह सभी 12 प्रतिस्पर्धियों में पहले तीन प्रयासों में सर्वश्रेष्ठ थे जिससे वह अगले तीन प्रयासों में थ्रो करने के लिये सबसे अंत में आये। जैसे ही रजत पदक विजेता चेक गणराज्य के जाकुब वाडलेच ने अपना अंतिम थ्रो पूरा किया, नीरज को समझा आ गया कि उन्हें स्वर्ण ही मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं थ्रो करने वाला अंतिम खिलाड़ी था और हर कोई थ्रो कर चुका था, मैं जान गया था कि मैं स्वर्ण जीत गया हूं, तो मेरे दिमाग में कुछ बदल गया, मैं इसे बता नहीं सकता। मैं नहीं जानता कि क्या करूं और यह इस तरह का था कि मैंने क्या कर दिया है। ’’चोपड़ा ने कहा, ‘‘मैं भाले के साथ ‘रन-अप’ पर था पर मैं सोच नहीं पा रहा था। मैंने संयम बनाया और अपने अंतिम थ्रो पर ध्यान लगाने का प्रयास किया जो शानदार नहीं था पर फिर भी ठीक 84.24 मीटर का था। ’’
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