वाशिंगटन । अमेरिका में अनेक सांसद तथा गर्वनर ने बाइडन प्रशासन से भारत को कोविड रोधी टीकों तथा चिकित्सीय सहायता की आपूर्ति सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हुए कहा कि वहां संकट के कारण विनाशकारी हालात हैं तथा वैश्विक महामारी से लड़ाई में अपने सहयोगियों की मदद करना अमेरिका की जिम्मेदारी है। भारत में रविवार को कोविड-19 के 1,14,460 नए मामले सामने आए, जो 60 दिन की अवधि में सबसे कम संख्या है। इसके साथ ही दैनिक संक्रमण दर घटकर 5.62 प्रतिशत रह गई। संक्रमण के नए मामलों के साथ देश में महामारी के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 2,88,09,339 हो गई।टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने कहा, भारत में कोरोना का विनाशकारी संकट हैं, ऐसी स्थिति में बाइडन से अधिक कार्रवाई की उम्मीद की जाती है। हमारे सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक सहयोगियों में से एक को वायरस से लड़ाई में कोविड-19 टीकों तथा चिकित्सा आपूर्ति के रूप में और मदद देने की जरूरत है। साथ ही एबॉट ने ट्वीट कर अमेरिकी नागरिकों से अपील की कि वे उनके साथ मिलकर भारत के लिए प्रार्थना करें। रिपब्लिक पार्टी से सीनेटर टेड क्रूज ने कहा, अमेरिका के लिए भारत एक महत्वपूर्ण मित्र है। बाइडन का टीका साझा करने संबंधी कार्यक्रम दोषपूर्ण है। हमें भारत जैसे हमारे सहयोगियों को प्राथमिकता देनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोविड रोधी टीके उन्हें मिलें, जिन्हें उनकी सख्त जरूरत है। सदन की विदेशी मामलों की समिति के सदस्य माइकल मैककॉल ने ट्वीट किया, अत्यंत आवश्यक टीकों और अन्य चिकित्सा आपूर्ति को भारत भेजा जाएगा और इस तरह लंबे समय से साझेदार रहे इस सहयोगी देश को मदद दी जाएगी। यह देखकर खुशी हुई।’’
सदन की सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष एडम स्मिथ ने कहा, भारत तथा अन्य देशों में कोविड-19 का संकट विनाशकारी रहा है। वहां और टीके तथा चिकित्सा आपूर्ति भेजने की जरूरत अब भी बनी हुई है। कोविड को हराने के लिए हमें इस वायरस से अपने देश में तथा दुनियाभर में लड़ना होगा। स्मिथ ने दूसरे देशों की मदद के लिए बाइडन प्रशासन की ओर से उठाए गए कदमों की सराहना भी की। भारतवंशी सांसद रो खन्ना ने कहा कि जिस तरह जरूरत के वक्त भारत ने अमेरिका की मदद की, उसी तरह अमेरिका को भी टीके भेजकर भारत की मदद करना चाहिए।