एंटीबॉडी की वजह से भी बन सकते हैं खून के थक्के स्टडी में खुलासा

नई दिल्ली। कोविड-19 के गंभीर मामलों में दिखने वाली सूजन और खून के थक्के एंटीबॉडी के कारण हो सकते हैं। यह एंटीबॉडी फेफड़ों में अनावश्यक प्लेटलेट्स गतिविधि को सक्रिय करते हैं। ब्लड जर्नल में प्रकाशित अध्ययन बताता है कि कैसे हमारे शरीर द्वारा कोविड -19 से बचाव के लिए उत्पादित एंटीबॉडी प्लेटलेट्स के बढ़े हुए कार्य को सक्रिय कर रहे हैं, जिससे गंभीर बीमारी वाले रोगियों में खून के थक्के बन सकते हैं। ब्रिटेन में इंपीरियल कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने पाया है कि विभिन्न दवाओं से सक्रिय अवयवों का इलाज करके प्लेटलेट्स को इस तरह से प्रतिक्रिया करने से रोक पाना या कम करना संभव है। प्लेटलेट्स रक्त में पाई जाने वाली छोटी कोशिकाएं होती हैं जो रक्तस्राव को रोकने के लिए थक्के बनाती हैं, लेकिन असामान्य प्लेटलेट्स फंक्शन से गंभीर स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं हो सकती हैं, जैसे स्ट्रोक और दिल का दौरा। ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के प्रोफेसर जॉन गिबिंस ने कहा, अब तक, हमारे पास केवल इस बारे में धारणाएं थीं कि कोरोना संक्रमण के दौरान थक्के में शामिल प्लेटलेट्स को सक्रिय क्यों किया जा रहा था। एंटीबॉडी, जो कोरोना से संक्रमित कोशिकाओं को फैलने से रोकने के लिए बनती होती हैं, वही थक्के का कारण बनती हैं।