कैंपस प्लेसमेंट करीब आते ही छात्र तनाव में आ जाते हैं। इस दौरान उनके दिमाग में कई सवाल दौड़ रहे होते हैं। जैसे कौन सी कंपनी आएगी या किस प्रकार के सवाल साक्षात्कार में पूछे जाएंगे। इसके अलावा पैकेज क्या होगा और किस प्रकार की सुविधाएं होंगी। ऐसे में अपने को साक्षात्कार के लिए अच्छी तरह तैयार करें।
बॉयोडेटा ठीक से तैयार करें-
आपका बॉयोडेटा आपके बारे में काफी कुछ बताएगा। इसमें आपकी प्रमुख उपलब्धियां बोल्ड हेडिंग के साथ होनी चाहिए। आप अपनी पसंद के अलग-अलग रोल के हिसाब से अलग-अलग बॉयोडेटा भी बना सकते हैं। अपने फेसबुक और लिंक्डिन अकाउंट से भी ऐसी अनावश्यक सामग्री हटा लें जो कि जॉब मिलने में दिक्कत पैदा कर सकती है। बॉयोडेटा एक या दो पेज का ही होना चाहिए। अच्छा होगा कि एक ही पेज में हो।इसी में आपनी पेशेवर और अकादमिक योग्यता लिखें।
संस्थान और साक्षात्कार लेने वाले की जानकारी हासिल करें।
किसी भी साक्षात्कार का सामना करने से पहले उस कंपनी के बारे में जानें। साक्षात्कार के बारे में रिसर्च करें। ऐसा करने से आप उन कुछ सवालों की तैयारी कर पाएंगे जो साझात्कार के दौरान पूछे जा सकते हैं।
से गलतियों न करें-
साक्षात्कार हॉल में प्रवेश करने के बाद कुछ सामान्य गलतियां करने से बचें। साक्षात्कार लेने वाले से आई-कॉन्टेक्ट होना जरूरी है। हमेशा विनम्र और सहनशील बने रहें। साक्षात्कार लेने वाला कई बार अटपटे सवाल पूछकर धैर्य की परीक्षा लेता है।
साक्षात्कार में पेंसिल का पीछे वाला हिस्सा चबाना, नर्वस होना और कैजुरल रहना, जैसी चीजों से बचें। इसके साथ ही अति आत्मविश्वासी भी न बनें।
बॉडी लेंग्वेज और सही वेशभूषा
साक्षात्कार में खुद को पेश करना भी काफी मायने रखता है। इस बीच आपकी बॉडी लेंग्वेज बहुत कुछ कहती है। फॉर्मल ड्रेस आपको हमेशा फायदा देगी। साक्षात्कार लेने वालों से गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाकर मिले। आपके हाथ मिलाने का अंदाज आपके जोशीले व्यक्तित्व को बताएगा। एक परिपक्व व्यक्ति की तरह पेश आएं।
जॉब के प्रति दिखाएं दिलचस्पी
साक्षात्कार के उन 5 से 10 मिनट के दौरान आपके ये साबित करना होगा कि उस जॉब में आपकी काफी दिलचस्पी है।ऐससा करने से साक्षात्कार लेने वाला शख्स इस बात को लेकर आश्वस्त हो जाएगा कि आपकी प्राथमिकताएं बहुत जल्दी बदलने वाली नहीं हैं। जॉब मिलने के बाद उसे आप बहुत जल्दी नहीं छोड़ेंगे। कंपनी अगर आपको ट्रेनिंग देकर काम सिखाएगी तो उसका समय खराब नहीं होगा।
ध्यान रहे आपको उनकी जितनी जरूरत है, उतनी ही उनको भी आपकी जरूरत है। यानी म्यूचुअल कमिटमेंट होनी भी जरूरी है।
अपने विषय पर पकड़ बनाएं लेकिन जिद्दी न बनें
आपको अपने विषय की अच्छी पकड़ होना जरूरी है। अगर है, तो अच्छी बात है, लेकिन इसके बावजूद भी हमेशा सीखने वाला रुख ही रखना चाहिए। साक्षात्कार के दौरान यह दिखाएं कि आपको नई-नई चीजें सीखने का जुनून है। अपनी फील्ड में आपको नए-नए इनोवेशन करने और उन्हें जानने की भूख है।
अगर किसी अंक पर आपके और इंटरव्यूवर के बीच मतभेद होते हैं तो आपको दृढ़ता के साथ अपने अंक पर टिके रहना चाहिए पर आप जिद्दी ना रहें।
शुरुआत और अंत के लिए तैयार रहें
साक्षात्कार के शुरुआती तीन मिनट सामने वाले के दिलोदिमाग में आपके प्रति फर्स्ट इम्प्रेशन तैयार करने के लिए काफी होते हैं। इस छोटे से वक्त में इंटरव्यू लेने वाला ये काफी हद तक तय कर लेता है कि आप जॉब के लिए फिट हैं या नहीं। इसलिए शुरुआती तीन मिनट में आप अच्छा बोलें, बॉडी लेंग्वेज पॉजिटिव रखें, आई-कॉन्टेक्ट बनाए रखें, सेन्टेंस और आइडियाज को बेहतर ढंग से शेयर करें।
चाहे आपका इंटरव्यू कितना ही खराब क्यों न हुआ हो, आखिर में थैंक्यू कहना कभी न भूलें। ऐसा कहकर आप ये दिखाएंगे कि आप उस जॉब में काफी दिलचस्पी रखते हैं।
जब पूछा जाएं कमजोरी और ताकत का सवाल?
साक्षात्कार में आमतौर पर आपकी ताकत और कमजोरी पूछ ली जाती है। ऐसी चीजों की आपके पास लंबी लिस्ट होती है जिसमें आप परफेक्ट हैं लेकिन जब बात कमजोरियां बताने की आती है तो वहां आप कंफ्यूज हो जाते हैं। सही बात तो ये है कि अपनी कमजोरियां बताने के लिए ये सही जगह नहीं। लेकिन फिर भी अगर बतानी ही पड़े, तो कुछ ऐसी कमजोरियां पहले से ही सोचकर रखें जो कि आपके लिए प्लस प्वाइंट बन जाए। ऐसी कमी बताएं जिसे पूरा करने में कंपनी का फायदा हो।
अगर आपको मिल जाए सवाल पूछने का मौका
कई बार साक्षात्कार लेने वाला आपको सवाल पूछने का मौका दे देते हैं।ऐसी स्थिति आने पर अपनी तरक्की और कंपनी आपको भविष्य में क्या देगी, इन सबके बारे में ना पूछें। आपको कंपनी के फ्यूचर प्लान्स के बारे में पूछना चाहिए। इससे उन्हें ये अहसास होगा कि आप लंबे समय तक कंपनी के साथ जुड़े रहना चाहते हैं और आपको सेलेक्ट करना कंपनी के लिए कोई घाटे का सौदा नहीं होगा। तनाव को काबू करें ज्यादातर छात्र प्लेसमेंट इंटरव्यू से बहुत तनाव में होते हैं हालांकि ये स्वाभाविक है लेकिन आपको इसे नियंत्रण में करना आना चाहिए। ऐसी स्थिति में आपको अपना बेस्ट करने पर ध्यान देना चाहिए।