मरीजों के बेहतर उपचार को ०९ आक्सीजन प्लांट किये जा रहे है स्थापित

प्रयागराज।कोविड-१९ की सम्भावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए जनपद प्रयागराज में मरीजों के बेहतर उपचार हेतु ०९ आक्सीजन प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं। इन ०९ आक्सीजन प्लांटोंमें से ०२ आक्सीजन प्लांट संचालित हो चुके हैं तथा तीसरा आक्सीजन प्लान्ट भी लगभग संचालित होने की स्थिति में है, इसके अतिरिक्त ०३ अन्य आक्सीजन प्लान्ट प्राप्त हो चुके है, जो स्थापना के विभिन््ना चरणों में हैं और तीन प्लांटों के लिए प्लेटफार्म और शेड निर्माण कार्य चल रहा है।मोतीलाल नेहरु मेडिकल कालेज के अन्तर्गत संचालित स्वरुपरानी नेहरु चिकित्सालय जनपद तथा मण्डल स्तर का मुख्य चिकित्सालय है, जिसमें १४०० बेड कोविड मरीजों को उपलब्ध कराने की क्षमता है। यहां कुल तीन आक्सीजन प्लांट प्रस्तावित हैं। इन ०३प्लांटो में से १४०० एल०पी०एम० क्षमता का एक प्लान्ट जो पी०एम०केयर फण्ड से स्थापित हो रहा है, पिछले हफ्ते पूरी तरह संचालित हो चुका है। यहां पर १००० एल०पी०एम० क्षमता के दूसरे प्लांट के लिए प्लेटफार्म और शेड निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है और विद्युत कार्य जारी है। यह प्लांट अगले माह संचालित हो जायेगा। इस अस्पताल में १००० एल०पी०एम० क्षमता का तीसरा प्लान्ट पी०एम० केयर फण्ड से स्वीकृृत है, जिसके लिए शेड व प्लेटफार्म निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। अगले माह तक यह प्लांट भी संचालित हो जायेगा। स्वरुप रानी नेहरु चिकित्सालय के इन प्लांटों के स्थापना के फलस्वरुप यह अस्पताल अपनी आक्सीजन आवश्यकता के लिए लगभग आत्मनिर्भर हो जायेगा और बाहर से आक्सीजन मंगाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय (बेली हास्पिटल) में कुल २०९ कोविड-१९ बेड उपलब्ध हैं। इस चिकित्सालय में ०२ आक्सीजन प्लांट क्रमशः १२०० एल०पी०एम० और १००० एल०पी०एम० क्षमता के स्थापित किये जाने हैं। इनमें से १२०० एल०पी०एम० क्षमता का आक्सीजन प्लांट राज्य सरकार के बजट से स्थापित हो रहा है। यह प्लान्ट हास्पिटल में प्राप्त होकर स्थापित हो चुका है। इसमें थोड़ा सा विद्युत कार्य शेष है जो इसी सप्ताह पूर्ण हो जायेगा और सप्ताह के अन्त तक प्लांट संचालित हो जायेगा। इस चिकित्सालय के १००० एल०पी०एम० क्षमता के दूसरे प्लान्ट के लिए प्लेटफार्म व शेड के निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। अगले माह तक यह प्लांट भी क्रियाशील हो जायेगा। इन दोनो प्लांटों के क्रियाशील हो जाने पर तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय भी अपनी आक्सीजन आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भर हो जायेगा। शहर के मध्य स्थित जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन), जहां पर २२४ बेड उपलब्ध हंै, यहां भी १००० एल०पी०एम० क्षमता का आक्सीजन प्लान्ट पी०एम० केयर फण्ड से स्थापित हो रहा है। इस प्लान्ट के लिए प्लेटफार्म और शेड का कार्य पूर्ण हो चुका है। शीघ्र ही प्लांट प्राप्त हो जायेगा। इसके भी अगले माह तक संचालित हो जाने की पूरी-पूरी संभावना है। इस प्लान्ट के स्थापित हो जाने से जनपद में कोविड-१९ मरीजो हेतु २२४ अतिरिक्त बेड की उपलब्धता हो जायेगी।