गुरुपूर्णिमा पर पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डा.नरेन्द्र कुमार सिंह गौर को प्रयाग गौरव’सम्मान से किया गया सम्मानित

प्रयागराज।मद् आर्यावर्त विद्वत्परिषद् एवं बायोवेद शोध संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में संस्थान के सभागार में गुरुपूर्णिमा के अवसर पर एक विद्वत्संगोष्ठी का आयोजन किया गया।संगोष्ठी में पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डा.नरेन्द्र कुमार सिंह गौर को प्रयाग गौरव’सम्मान से सम्मानित किया गया।मद् आर्यावर्त विद्वत्परिषद् के अध्यक्ष डा.रामजी मिश्र ने कहा कि जिस समाज में मनीषियों का सम्मान होता है वह समाज उन्नति के पथ पर अग्रसर होता है और आने वाली पीढ़ियाँ उससे प्रेरणा प्राप्त करती हैं।प्रो.गौर भौतिक शास्त्र के विद्वान हैं और भारतीय संस्कृति के अध्येयता हैं।उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महान कार्य किए।प्रयागराज में उन्होंने राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय की स्थापना की,श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय की स्थापना की।इन्होंने अपने महनीय कार्यों से प्रयाग का गौरव और मान बढ़ाया है इसलिए मद् आर्यावर्त विद्वत्परिषद् इन्हें’प्रयाग गौरव’सम्मान से सम्मानित कर गौरान्वित है।इस अवसर पर बोलते हुए डा.नरेन्द्र कुमार सिंह गौर ने कहा कि वे मुख्य रूप से शिक्षक हैं और मैंने हमेशा ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वाह किया।हमारे प्रेरणा स्रोत आदरणीय रज्जू भइया रहे।राजनीति में मैंने जनसेवा का व्रत लिया था और पूरी सुचिता और ईमानदारी से इस व्रत का पालन किया।अभिनन्दन के लिए उन्होंने आर्यावत्र्त विद्वत्परिषद् का आभार जताया।गोष्ठी में एजी ब्रदरहुड के पूर्व उपाध्यक्ष पंडित हरिशंकर तिवारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।गोष्ठी का संचालन डा.रविकुमार मिश्र ने किया।आभार ज्ञापन बायोवेद के निदेशक डा.बी.के.द्विवेदी ने किया।सरस्वती वन्दना शिवराम उपाध्याय मुकुल ने किया।स्वागत भाषण प्रो.विनोद कुमार गुप्त ने किया।गोष्ठी में वैज्ञानिक डा.रवि कुमार पाण्डेय ,पूर्व अधिकारी डा.रमेशचंद्र शुक्ल, डा.विनोद कुमार पांडेय, प्रतिमा मिश्रा, शिव शंकर ओझा आदि विद्वान और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।