लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के युवा मोर्चा के संगठन मंत्री मोहम्मद यासिर ने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफ़ा पत्र में पार्टी नेतृत्व, विशेषकर ओम प्रकाश राजभर और उनके परिवार द्वारा हाल के दिनों में दिए गए मुस्लिम समाज विरोधी बयानों को बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक बताया।

मोहम्मद यासिर ने अपने पत्र में लिखा कि वह वर्ष 2024 में रवीन्द्रालय, लखनऊ में पार्टी में शामिल हुए थे और कटहरी व मिल्कीपुर उपचुनावों सहित विभिन्न क्षेत्रों में संगठन के लिए निष्ठा से कार्य किया। उन्होंने कहा कि इमामबाड़ों, मदरसों और दरगाहों के प्रति की गई टिप्पणी न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि समाज को बांटने वाली है।
उन्होंने सुभासपा द्वारा सालार मसूद ग़ाज़ी की दरगाह पर की गई टिप्पणियों को भी दुर्भावनापूर्ण करार देते हुए कहा कि यह धार्मिक सहिष्णुता पर सीधा हमला है। यासिर ने सवाल किया कि जब मुस्लिम समाज ने 2022 में सुभासपा को विधानसभा तक पहुँचाया, तब उसी समाज की आस्था का अपमान क्यों किया जा रहा है?
, यासिर ने कहा कि उनका ज़मीर अब उन्हें उस संगठन का हिस्सा बने रहने की इजाज़त नहीं देता, जो नफ़रत और विभाजन की भाषा बोल रहा है।