महाकुंभ में ग्रामीण महिलाओं के हुनर की अनोखी प्रदर्शनी

महाकुंभ नगर।महाकुंभ-2025 में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशानुसार सेक्टर-01 में आवंटित पंडाल में इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जहां प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए स्वयं सहायता समूहों ने अपने उत्पाद प्रस्तुत किए। प्रदर्शनी में ग्रामीण महिलाओं के कौशल और परिश्रम की झलक देखते ही बन रही है। चित्रकूट के लकड़ी के खिलौने, भदोही के कालीन, सुल्तानपुर का मुरब्बा, बिजनौर की हर्बल चाय, और फतेहपुर के हैंडबैग जैसे उत्पादों ने आगंतुकों का ध्यान आकर्षित किया है। इसी तरह फिरोजाबाद के कांच के बर्तन, बाराबंकी की चिकनकारी, और वाराणसी की धूप-अगरबत्ती ने भी मेले में खास पहचान बनाई है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित समूहों द्वारा बनाई गई सामग्री न केवल ग्रामीण महिलाओं के हुनर को प्रदर्शित कर रही है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रही है। यह प्रदर्शनी उत्तर प्रदेश की समृद्ध ग्रामीण संस्कृति और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदमों का प्रतीक बन चुकी है। महाकुंभ में आए श्रद्धालु इन उत्पादों को अपनी जरूरत और रुचि के अनुसार खरीद रहे हैं। इन स्टॉल्स पर जूट बैग, श्रीअन्न के बिस्किट, बकरी के दूध से बना साबुन, मूंज उत्पाद, और खादी वस्त्रों की भी खूब बिक्री हो रही है।