रेल यात्रियों के साथ विश्वास स्थापित करने में रेलवे सुरक्षा बल की भूमिका : सामुदायिक पुलिसिंग

’जयपुर:भारतीय रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिये रेलवे सुरक्षा बल ने सामुदायिक पुलिसिंग की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठायें हैं। सामुदायिक पुलिसिंग का मुख्य उदेश्य जनता और पुलिस के बीच एक बेहतर संवाद स्थापित करना है साथ ही न केवल अपराधों पर नियंत्रण पाना है बल्कि रेल यात्रियों के साथ विश्वास ओर सहयोग का मजबूत नेटवर्क भी स्थापित करना है ताकि रेल यात्री भयमुक्त वातावरण में सुरक्षित यात्रा कर सके।रेलवे सुरक्षा बल यात्रियों के साथ मुस्कान और खुशियां फैलाना-जैसे अभियान भी चला रही है जिसके तहत विशेष अवसरो पर रंगोली बनाकर यात्रियों का पारंम्परिक तरीके से स्वागत करते हुए बच्चो को गुब्बारे, मिठाई/टॉफी बांटकर उनकी यात्रा को खुशियों से भरना है। बच्चो व अभिभावको के साथ इस प्रकार का अनुभव उनकी यात्रा स्मृतियों में चिर स्थायी रहता है। साथ ही यात्रियों को यह विश्वास भी दिलाता है कि रेलवे सुरक्षा बल उनकी सुरक्षा में एक परिवार की भांति सदैव उनके साथ है।-यात्री जीवन की रक्षा में योगदान-अक्सर यात्री जल्दबाजी में अपनी जान को जोखिम में डालते हुए चलती गाडी में चढने/उतरने की कोशिश करते हुए फिसल जाते है साथ ही ऐसे भी उदाहरण हैं जहां संकटग्रस्त लोग जानबूझ कर चलती ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या करने की कोशिश करते हैं। इस ऑपरेशन के तहत रेलवे सुरक्षा बल के जवान अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की जान बचाने की पूर्ण कोशिश करते है।

वर्ष 2024 में रेसुब द्वारा ऑपरेशन जीवन रक्षा के तहत कुल 3884 व्यक्तियों की जान बचाई गई है जिसमें से 27% महिलायें शामिल हैं।-बुर्जग, बच्चे, महिला यात्रियों की सहायता-रेलवे सुरक्षा बल ने यह सुनिश्चित किया है कि यात्रियों को किसी प्रकार परेसानी का सामना नही करना पडे चाहे व ट्रेनो में यात्रा करते समय यात्री की स्वास्थ सम्बन्धी समस्या हो, या महिलाओं को उनकी यात्रा के दौरान प्रसव पीडा हो, या किसी बुर्जग, बच्चे, महिला यात्री के बिछड जाने सम्पर्क नही होने आदि समस्या हो या किसी दिव्यांगजन को सहायता की आवश्यकता हो, रेलवे सुरक्षा बल के जवान यात्रियो की सेवा में सदैव तत्पर रहते है। रेलवे सुरक्षा बल द्वारा इस सम्बन्ध में चलाये जा रहे विभिन्न अभियान ऑपरेशन मातृशक्ति, ऑपरेशन डिग्निटी, ऑपरेशन सेवा सामुदायिक पुलिसिंग के बेहतरीन उदहारण है।भारतीय रेलवे में वर्ष 2024 के दौरान रेसुब द्वारा ऑपरेशन डिग्नटी के तहत 4047 व्यक्तियों जिसमें 40% महिलायें तथा ऑपरेशन सेवा के तहत कुल 17119 व्यक्तियों को सहायता प्रदान की गई। ऑपरेशन मातृशक्ति के तहत भी कुल 174 महिला यात्रियों की यात्रा के दौरान प्रसव पीडा होने की स्थिति में सहायता प्रदान की गई है।-महिला यात्री सुरक्षा में योगदान-रेसुब द्वारा अकेली यात्रा करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा और उनके प्रति संदवेदनशीलता होते हुए एक महत्वपूर्ण पहल मेरी सहेली की शुरुवात की है ताकि महिला यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अहसास हो और कोई भी समस्या होने पर रेसुब की मदद उपलब्ध हो जाये। यह पहल महिला यात्रियों के मनोबल को बढाती है और उन्हे यकीन दिलाती है कि भारतीय रेलवे में यात्रा के दौरान वह पूरी तरह सुरक्षित है तथा रेलवे सुरक्षा बल उनकी सुरक्षा के लिये पूरी तरह से तत्पर है। वर्ष 2024 में मेरी सहेली टीम द्वारा प्रतिदिन 489 सवारी गाडियों में औसतन 12932 महिला यात्रियों को अटैण्ड कर सुरक्षा प्रदान की गई है।-बच्चो की सुरक्षा सर्वोपरि-बच्चे देश का भविष्य हैं और रेलवे सुरक्षा बल ने देश के भविष्य को एक सुरक्षित वातावरण उपलब्ध करवाने की पहल में उनकी देखभाल व संरक्षण सुनिश्चित करने का निर्णय लिया इसी क्रम में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते चलाया जा रहा है। वर्ष 2024 में रेसुब द्वारा कुल 14756 बच्चो को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति को सुपुर्द किया गया है जिसमें 31% बालिकाए हैं। रेसुब ने मानव तस्करी के खिलाफ ऑपरेशन आहट शुरु किया है जिसके तहत भारतीय रेलवे में 740 से अधिक स्थानो पर पोस्ट स्तर पर एंटी ह्यूमन ट्रेफिकिंग यूनिट कार्यरत है जिनके द्वारा रेलवे के माध्यम से बच्चो की तस्करी करने वाले तस्करो से बच्चो को रेस्क्यू कर उन्हे नया जीवन प्रदान किया जा रहा है। वर्ष 2024 में रेसुब द्वारा कुल 1007 बच्चे/व्यसक जिसमें 94 प्रतिशत बच्चे है, को रेस्क्यू कर कुल 303 तस्करो को जीआरपी को सुपुर्द किया है।-यात्री सामान की सुरक्षा-अक्सर यात्री ट्रेन में चढते या ट्रेन/स्टेशन छोडने की जल्दी में अपना बहुमूल्य सामान ले जाना भूल जाते है। रेलवे सुरक्षा बल ऑपरेशन अमानत के तहत ऐसे सामानों को सुरक्षित रखने और उन्हे सही मालिक तक पहुचाने में मदद करती है। भारतीय रेलवे में रेसुब द्वारा वर्ष 2024 में ऑपरेशन अमानत के तहत 39754 यात्री सामान, कीमत 71.31 करोड बरामद कर सकुशुल सुपुर्द किया गया है।