’मुख्यमंत्री का निर्देशए रेलवे से समन्वय बनाकर सतत और समयबद्ध कराएं ट्रेनों का संचालनए बेहतर हो मोबाइल नेटवर्क’
’बोले मुख्यमंत्रीए हर सेक्टर में 24×7 जारी रहे बिजली और पानी की आपूर्तिए घाटों की हो बेरिकेडिंग’
’मुख्यमंत्री का निर्देशए हर जिले से चलाई जाए बसेंए प्रयागराज में ई.बसेंएशटल बसें लगातार चलती रहें’
’लखनऊए 15 जनवरीरू’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर 8.10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान की संभावना के दृष्टिगत व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाये जाने के निर्देश दिए हैं।
बुधवार को शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बीते 03 दिनों की स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि पौषपूर्णिमा और मकर संक्रांति के दो प्रमुख स्नान पर्वों पर 06 करोड़ से अधिक लोगों ने त्रिवेणी स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त किया। आगामी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर 8.10 करोड़ लोगों के आगमन की संभावना है। ऐसे में व्यवस्थाओं को और बेहतर करने की आवश्यकता है।उन्होंने निर्देश दिए कि रेलवे के साथ संवाद बनाकर महाकुम्भ स्पेशन ट्रेनों का समयबद्ध आवागमन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि नियमित और विशेष ट्रेनों का संचालन लगातार किया जाता रहे। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इनकी संख्या को बढ़ाया जाना चाहिए।मुख्यमंत्री ने मेलाक्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क को और बेहतर करने की जरूरत भी बताईए साथ ही बसोंए शटल बसों और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन लगातार कराए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शौचालयों की नियमित सफाई की जाएए घाटों की बेरिकेटिंग हो और सभी सेक्टरों में 24×7 बिजली और पेयजल आपूर्ति की जानी चाहिए।
बैठक में मुख्य सचिवए अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्रीए पुलिस महानिदेशकए प्रमुख सचिव गृह व सूचनाए प्रमुख सचिव नगर विकासए चेयरमैन पॉवर कॉर्पोरेशन और निदेशक सूचना सहित अनेक अधिकारियों की उपस्थिति रही।
’महाकुम्भ में शुरू हुआ ब्रह्मचर्य दीक्षा समारोह’
’श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा में शुरू हुआ दीक्षा देने का समारोह’
’मकर संक्रांति के अगले दिन शुरू हुआ ब्रह्मचारी बनाने का समारोह’
’अखाड़े में अध्ययन के बाद समाज में जाकर धर्म का प्रचार करेंगे ब्रह्मचारी’
महाकुम्भ नगर।’ महाकुम्भ प्रयागराज में लगे मेला परिसर में स्थित ब्रह्मचारियों के अखाड़े श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा में बुधवार को दीक्षा समारोह शुरू हो गया। मकर संक्रांति के अगले दिन अखाड़े में ब्रह्मचारियों के दीक्षा की प्रक्रिया शुरू की गई है। आदि गुरु शंकराचार्य की परंपरा से चतुर्नाम के ब्रह्मचारी इस अखाड़े में रहते हैं। प्रकाशए स्वरूपए चैतन्य और आनंदए जो एक.एक शंकराचार्य का प्रतिनिधित्व इस अखाड़े में करते हैं। चारों वेदों का अखाड़े में अध्ययन किया जाता हैए जिससे वे समाज में जाएं और धर्म का प्रचार प्रसार करें।श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा के महामंडलेश्वर संपूर्णानंद महाराज ने बताया कि इस अखाड़े में लाखों ब्रह्मचारी हैं। जो यहां ब्रह्मचारी की दीक्षा लेने के लिए आयेगाए वह पहले अखाड़े की और सनातन धर्म की परंपराओं को समझेगा। जब अखाड़े के पंचों को लगता है कि वह ब्रह्मचारी बनने के लिए परिपक्व है तो उसे ब्रह्मचारी के रूप में दीक्षित किया जाता है।संपूर्णानंद महाराज के अनुसार ब्रह्मचारी वह है जो धर्म का पालन करता है। जो सनातन धर्म की व्याख्या और प्रचार करेगाए उसे ब्रह्मचारी बनाएंगे। जो गृहस्थ से दूर हैंए वे यहां आते हैं। यहां बहुत सारे ब्रह्मचारी दीक्षित हुए और उन्होंने सामाजिक उपाधियां प्राप्त की। ब्रह्मचारियों को सभापतिए महामंत्रीए सचिवए श्रीमहंतए महंतए थानापतिए कोतवालए पुजारी पदों पर योग्यता के अनुसार नियुक्त किया जाता है।