ढाई करोड़ यात्रियों ने किया लखनऊ मेट्रो से सफर, 30 लाख किलोमीटर चली मेट्रो

लखनऊ।वर्ष 2024 अब समापन की ओर है और हम सभी नववर्ष 2025 के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। लखनऊ मेट्रो के लिए वर्ष 2024 यात्री सुविधा और संतुष्टि के लिए बेहद सफल और संतुष्टि से भरा रहा। 2024 का नया साल शुरु होते ही लखनऊ मेट्रो ने राइडशिप के अपने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। 1 जनवरी 2024 को लखनऊ मेट्रो में 1 लाख 25 हजार लोगों ने सफर किया। लखनऊ मेट्रो की दैनिक राइडरशिप को ये तब तक का सर्वाधिक रिकॉर्ड रहा। लखनऊ मेट्रो ने साल अंत होते-होते भी राइडरशिप के आंकड़ें में अपने सभी पुराने रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिए। इस पूरे वर्ष में लखनऊ मेट्रो में करीब 2.5 करोड़ से भी अधिक लोगों ने सफर किया जो अब तक का किसी भी वर्ष का सर्वाधिक आंकड़ा रहा।
लखनऊ मेट्रो में शुरुआत से अब तक 11 करोड़ से ज्यादा यात्री सफर कर चुके हैं। लखनऊ मेट्रो को भारत सरकार की ओर से यात्री सुविधा और संतुष्टि के लिए जहां 2023 में सर्वश्रेष्ठ मेट्रो परियोजना का पुरस्कार मिला था तो वहीं 2024 की शुरुआत में सर्वश्रेष्ठ निर्मित परियोजना का विश्वकर्मा पुरस्कार नीति आयोग की इकाई सीआईडीसी की ओर से मिला।
लखनऊ मेट्रो के यात्री यूपीएमआरसी के परिवार का हिस्सा हैं, यात्रियों की सुविधा और मनोरंजन के लिए स्टेशनों पर वर्षभर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया साथ ही स्कूल कॉलेजों और दफ्तरों में मेट्रो जागरुकता सत्र का भी आयोजन किया गया। स्टेशनों पर खुले खान-पान के विभिन्न स्टॉलों और दुकानों का भी मेट्रो यात्री भरपूर लाभ उठा रहे हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए ही मेट्रो का परिचालन समय भी आधे घंटे बढ़ाया गया जिसके बाद मेट्रो अब रात साढ़े दस बजे तक उपलब्ध है।
साल भर में कितनी चली लखनऊ मेट्रो ?
मुंशीपुलिया से सीसीएस एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन के बीच 23 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर लखनऊ मेट्रो यात्री सेवा दे रही है। यात्रियों को हर 5 मिनट में ट्रेन उपलब्ध कराने के लिए इस 23 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर 16-20 ट्रेन सेट दौड़ाए जाते हैं। दिन भर में लखनऊ मेट्रो लगभग 340 ट्रिप और करीब 8 हजार किलोमीटर का सफर तय करती है। पूरे साल में लखनऊ मेट्रो ने करीब 30 लाख किलोमीटर का सफर तय कर यात्रियों को सुरक्षित एवं सुकून भरी यात्राएं उपलब्ध कराईं।
लॉस्ट एंड फाउंड सेल
लखनऊ मेट्रो ने 5 सितंबर 2017 को अपना सफर शुरु करते ही लॉस्ट एंड फाउंड सेल की नीव भी रखी जो यात्री समर्पण और सेवा के प्रति एक महत्वपूर्ण कदम था। इस वर्ष लॉस्ट एंड फाउंड सेल ने कहीं बिछड़े बच्चों और बुजुर्गों को उनके अभिभावकों से मिलवाया तो कहीं लोगों के खोए हजारों रुपये, मोबाइल एवं लैपटॉप उन्हें सुरक्षित लौटाया। वर्ष 2024 में लखनऊ मेट्रो ने कुल 7 लाख रुपये नगद, 80 मोबाइल एवं 30 लैपटॉप यात्रियों को सुरक्षित लौटाए। लॉस्ट एंड फाउंड सेल ने 2017 से अब तक यात्रियों के खोए 44 लाख नगद, 780 मोबाइल फोन,198 लैपटॉप एवं करीब 30 लाख के कीमती जेवर उन्हें सुरक्षिता लौटाया।
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को एन.पी.जी की मंजूरी- 2025 से बड़ी उम्मीदें
लखनऊ मेट्रो के ईस्ट-वेस्ट कॉरोडोर को इस वर्ष नेशनल प्लानिंग ग्रुप (एन.पी.जी) की 9 जुलाई 2024 को मंजूरी मिली। चारबाग से वसंतकुंज के बीच 11.165 किलोमीटर लंबा दूसरा कॉरिडोर बनना प्रस्तावित है। इस वर्ष मार्च 2024 में राज्य सरकार ने भी ईस्ट-वेस्ट कॉरोडोर को अनुमोदित किया। पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पी.आई.बी) के समक्ष परियोजना की डीपीआर विचाराधीन है, पीआईबी से मंजूरी के बाद केंद्रीय कैबिनेट से अनुमोदन की आवश्यकता होती है। उम्मीद है कि केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद फेज 1B अर्थात ईस्टवेस्ट कोरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से शुरु हो जाएगा। यह परियोजना लखनऊ के घने बसे इलाकों में सुगम यातायात के लिए अत्यंत सुखद साबित होगा।

नए वर्ष के उपलक्ष्य पर यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक श्री सुशील कुमार ने कहा कि लखनऊ मेट्रो हर साल अपनी सेवाओं को बेहतर कर यात्रियों को एक विश्वस्तरीय, सुरक्षित एवं आरामदेह सफर देने का प्रयत्न करती है। लखनऊ मेट्रो ने यात्रियों की मांग पर इस वर्ष रात्रि ट्रेन सेवा के समय को भी 10 बजे से बढ़ा कर रात 10:30 बजे तक कर दिया। हम यात्रियों के प्रति और उनके निरंतर विश्वास के लिए उनके आभारी हैं। यूपीएमआरसी की पूरी टीम की ओर से, मैं लखनऊ के सभी लोगों को नए साल की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।