रियाद । कोविड-19 महामारी अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई ऐसे में दूसरे हज के लिए मुस्लिम श्रद्धालु पवित्र शहर मक्का पहुंचने लगे हैं। इस बार सिर्फ पूरी तरह से वैक्सिनेटेड 60 हजार लोगों को यात्रा की इजाजत दी गई है। पिछले साल भी हज बिना महामारी फैले पूरा कर लिया गया था। इस बार यात्रियों को लॉटरी सिस्टम से चुना गया है। इन यात्रियों को मक्का की ग्रैंड मस्जिद तक बस से लाया गया। यहां आकर उन्होंने काबा की परिक्रमा की। हज मंत्रालय के प्रवक्ता हिशम अल-सईद के मुताबिक हर तीन घंटे पर यहां 6000 लोग पहुंचे। हर ग्रुप के लौटने के बाद स्टेरलाइजेशन पूरा किया जाता है। मंत्रालय के मुताबिक हज के लिए 5.58 लाख लोगों में से 60 हजार लोगों को चुना गया है। ये सभी पूरी तरह वैक्सिनेटेड और बिना किसी लंबी बीमारी वाले लोग हैं। यात्रियों को 20-20 के समूह में बांटा गया है ताकि संक्रमण फैलने से रोका जाए।पहले भारत से भी बड़ी संख्या में लोग हज पर जाने वाले थे लेकिन कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए इस बार भारतीय हज यात्रियों को नहीं भेजने का फैसला किया गया। सभी चयनित 230000 लोगों को पैसे वापस करने का ऐलान किया गया था। पिछले साल, सऊदी अरब में पहले से रह रहे लगभग एक हजार लोगों को ही हज के लिये चुना गया था। सामान्य हालात में हर साल लगभग 20 लाख मुसलमान हज करते हैं। इससे पहले अप्रैल में बताया गया था कि वैक्सिनेशन का स्टेटस सऊदी अरब की कोविड-19 ऐप तवाकालना पर रजिस्टर करना होगा। इसे पिछले साल इन्फेक्शन को ट्रैक करने के लिए लॉन्च किया गया था। जिन लोगों को ग्रैंड मॉस्क या मदीना में पैगंबर की मस्जिद में जाना होगा, या उमराह करना होगा, उन्हें तवाकालना और उमराह की ऐप एटमारना पर रजिस्टर करना होगा। जगह के हिसाब से अनुमति दी जाएगी।