नई दिल्ली। हमारे देश में तिल कई रंगों के होते हैं। जिनमें काले, भूरे और सफेद रंग शामिल हैं।काले तिल में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, यही वजह है कि ये सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। तिल इसलिए भी ज्यादा लोकप्रिय हैं क्योंकि ये कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और कई खास डिशेज में इनका इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही तिल पाचन को बेहतर बनाए रखते हैं और लो ब्लड प्रेशर में भी फायदेमंद होते हैं। इस तरह सेहत को भी ये कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। वहीं ये बालों और स्किन को बेहतर बनाए रखने में भी मददगार होते हैं।एक रिपोर्ट के मुताबिक तिल में कैल्शियम और मैग्नीशियम होते हैं, जो रक्तचाप को कम करने और रक्त वाहिकाओं के स्वास्थ्य की रक्षा करने में मदद कर सकते हैं। लो ब्लड प्रेशर होने से कुछ पुरानी बीमारियों जैसे हृदय रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है। तिल और तिल का तेल तनाव को कम करने और शरीर में एंटीऑक्सिडेंट को बढ़ाने की क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। तिल के बीज में उच्च एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ऐसे में इसका सेवन तनाव को कम करने के साथ हृदय रोग और अल्जाइमर रोग को रोकने में मददगार होता है। तिल में मोनोअनसैचुरेटेड वसा और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा होती हैं, जो हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मददगार होते हैं।तिल के तेल को अक्सर बालों और त्वचा के उत्पादों, जैसे साबुन, शैम्पू और मॉइस्चराइजर में शामिल किया जाता है। ऐसे में आप समझ ही सकते हैं कि काले तिल बालों और बेहतर स्किन के लिए भी अच्छे होते हैं। तिल आपके इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाए रखने के लिए अच्छा होता है। इसमें कई पोषक तत्व जैसे जिंक, सेलेनियम, कॉपर, आयरन, विटामिन बी6 और विटामिन ई आदि पाए जाते हैं।कुछ अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि काले तिल से बालों और त्वचा पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। तिल में कई पोषक तत्व होते हैं जो स्वस्थ बालों और त्वचा को बेहतर बनाए रखने में मददगार होते हैं। काले तिल में उच्च मात्रा में फाइबर और फैटी एसिड होते हैं। इस वजह से ये कब्ज को दूर करने में मददगार होते हैं। दरअसल, तिल में में पाया जाने वाला तेल आंतों को चिकना बनाए रखता है। ऐसे में पाचन दुरुस्त बना रहता है।