नई दिल्ली । टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज भवानी देवी का लक्ष्य बेहतर पदर्शन कर इसमें सफलता हासिल करना है। भवानी तलवारबाजी में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। रैंकिंग में इस समय 42वें स्थान पर कायम भवानी ने बुडापेस्ट में सेबर तलवारबाजी विश्व कप की टीम स्पर्धा से ओलंपिक में जगह बनाई थी। भवानी ने एशिया के लिये सुरक्षित कोटे पर आधिकारिक रैंकिंग एशिया ओसनिया जोन से क्वालीफाई किया। भवानी ने क्वालीफाई करने के बाद कहा था, ‘किसी ने मुझसे पूछा कि अब ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया है तो क्वार्टरफाइनल तक पहुंचने के लिए कैसे योजना बना रही हो। मैंने कहा कि सिर्फ क्वार्टरफाइनल क्यों, फाइनल्स क्यों नहीं।’
आत्मविश्वास से भरी भवानी ने कहा था, ‘मैं टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहती हूं और मैं अपने को यह सोचने में सीमित नहीं करना चाहती कि वैश्विक स्पर्धा में मैं क्या हासिल कर सकती हूं और क्या नहीं। संभावनायें असीमित हैं।’ भवानी ने पहला अंतरराष्ट्रीय पदक 2009 राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में तीसरे स्थान पर रहकर हासिल किया। उन्होंने 2014 एशियाई चैम्पियनशिप में व्यक्तिगत स्पर्धा का रजत पदक जीता जबकि अगले साल इसी चैम्पियनशिप के इसी स्पर्धा का कांस्य पदक अपने नाम किया था। भवानी 2017 में महिलाओं के विश्व कप में भारत की ओर से पहला अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीतने वाली तलवारबाज बनीं। 2018 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में सीनियर राष्ट्रमंडल तलवारबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। वह अब तक कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के पदक जीत चुकी हैं।