लखनऊ। ऑल इंडिया पयाम ए इंसानियत फोरम लखनऊ के तत्वावधान में आज ज़िला कारागार लखनऊ में आयोजित सम्मान समारोह में कैदियों को कपड़े और नज़र के चश्मे बाटें गए।
समारोह में जुर्माना न अदा कर पाने की स्थित में जेल में बंद 4 कैदियों का जुर्माना अदा कर रिहा कराया गया, इसके अलावा जिला कारागार में बंद ज़रूरतमंद कैदियों को कपड़ों के साथ 85 कैदियों को नजर के नि;शुल्क चश्में भी बांटे गये।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जेल अधीक्षक ब्रजेंद्र सिंह ने कहा कि ऑल इंडिया पयाम ए इंसानियत फोरम सन 1974 से मानवता की सेवा में कार्यरत संस्था है, मैं इस संस्था की कार्यशैली से काफी प्रभावित हूं, क्योंकि ये संस्था समाज में ऊंच नीच जात पात और धर्म का फर्क किए बिना सिर्फ मानवता की सेवा के लिए कार्यरत है। बलरामपुर् अस्पताल के पूर्व डायरेक्टर डॉ. राजीव लोचन ने कहा कि आज समाज में इस तरह के काम करने वाली संस्थायें बहुत कम हैं। ऐसे कार्यक्रमों से हमारा देश और समाज दोनों उन्नति के शिखर पर पहुंचते हैं।
संस्था के कोऑर्डिनेटर मौलाना अब्दुल अली हसनी नदवी ने कहा कि एक बेहतर समाज बनाने के उद्देश्य के साथ इस संस्था को आज से 58 साल पहले संगम नगरी इलाहाबाद से शुरू किया गया था और हम सब जानते हैं कि संगम हमारे देश की एकता का प्रतीक भी है जैसे संगम में गंगा जमुना और सरस्वती आपस में मिल कर एक हो जाती हैं वैसे ही देश के सभी धर्मों के लोग आपस में अगर मिल कर रहें और देश की उन्नति के लिए, मानवता के लिए कार्य करें बिना किसी भेदभाव के तो निश्चित ही हम एक बेहतर समाज एक बेहतर देश बना सकते हैं जो सम्पूर्ण विश्व के लिए एक उदाहरण होगा। मो0 शफीक चौधरी ने धन्यवाद दिया।
इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण कुमार मिश्रा, मृत्युंजय कुमार पाण्डेय कारापाल, ऋतविक प्रियदर्शी, सुरेंद्र मोहन सिंह, सुनील दत्त मिश्रा, आरती पटेल उप कारापाल, अजय कुमार कुलवंत, कुँवर वीरेंद्र विक्रम सिंह, तारकेश्वर सिंह, आशुतोष मिश्रा, राम प्रताप मिश्रा, राम प्रताप प्रजापति, निधि यादव, सुमन यादव, अंशु, हरकेश सिंह, डॉ0 रियाज़ अहमद और मदरसा नदवा तुल उलेमा के छात्र अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।