इमरजेंसी मेडिसिन एंड इंटेंसिव केयर सम्मेलन ५ और ६ अक्टूबरको के०जी०एम०यू०में

लखनऊ।किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रथम राष्ट्रीय इमरजेंसी मेडिसिन एंड इंटेंसिव केयर सम्मेलनका आयोजन ५ और ६ अक्टूबर को होने जा रहा है। प्रथम राष्ट्रीय इमरजेंसी मेडिसिन एंड इंटेंसिव केयर सम्मेलन की घोषणा करते हुए हमें अत्यंत गर्व हो रहा है। यह सम्मेलन देशभर के इमरजेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉक्टरों और चिकित्सको को एक साथ लाने का अनूठा अवसर प्रदान करेगा।इमरजेन्सी मेडिसिन का जन्म २१वीं सदी में हुआ है यह बिल्कुल नई विशेषता है। पूर्व में इसे कैजुअल्टी कहा जाता था। इसका मुख्य उद्देश्य गोल्डेन ऑवर में गम्भीर रोगियों का उपचार करके जीवन बचाना है। हम इस माध्यम से यह भी कहना चाहते है कि आम जनता को बेसिक लाइफ सपोर्ट के लिए प्रेरित करना भी हमारा उद्देश्य है ताकि रोगी को ससमय उपचार मिल पायें।
इस दो दिवसीय सम्मेलन इमरजेंसी मेडिसिन और इंटेंसिव केयर की वर्तमान चुनौतियों और संभावनाओं पर केंद्रित रहेगा। सम्मेलन का उद्देश्य इमरजेंसी मेडिसिन की महत्वपूर्ण भूमिका को प्रदर्शित करना है और चिकित्सा की नवीनतम तकनीकों और प्रक्रियाओं को एकीकृत करने की आवश्यकता पर चर्चा करना है।सम्मेलन की अध्यक्षता प्रो. हैदर अब्बास, विभागाध्यक्ष, इमरजेंसी मेडिसिन विभागके द्वारा की जा रही है। इस आयोजन में हमारे विशिष्ट अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर मीनू बाजपेई, उपाध्यक्ष राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान परीक्षा बोर्ड नई दिल्ली सम्मिलित होंगें। इस सम्मेलन में उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक एवं प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा श्री पार्था सारथी सेन शर्मा जी एवं कुलपति प्रो० सोनिया नित्यानंद उदघाटन समारोह में उपस्थित रहेंगी।
देशभर के अन्य प्रमुख विशेषज्ञ और चिकित्सक भी भाग लेंगे जो इमरजेंसी मेडिसिन और इंटेंसिव केयर की जटिलताओं पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा करेंगे। इस कार्यक्रम में आस्ट्रेलिया से इमरजेन्सी मेडिसिन विशेषजज्ञ डा० अमन आनन्द, नेपाल सोसाइटी के इमरजेन्सी मेडिसिन के अध्यक्ष डा० अजय सिंह थापा, भूटान के नेशनल रिफरल हास्पिटल की इमरजेन्सी मेडिसिन विशेषज्ञ डा० सोना प्रधान, अपोलो हास्पिटल हैदराबाद के डा० इमरॉन सुभान, बैंगलुरू से डा० श्रीनाथ, चेन्नई से डा० राजादुरई सम्मिलित होंगे।
सम्मेलन में सात विशेष कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी, जिनका उद्देश्य चिकित्सा के कौशल में सुधार लाना और नवीनतम प्रक्रियाओं को सिखाना है।सम्मेलन में अखिल भारतीय आर्य विज्ञान संस्थान भोपाल के निदेशक डा० अजय सिंह, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान गुवाहाटी के निदेशक डा० अशोक पुरानिक एवं रायबरेली के निदेशक अरबिन्द राजवंशी उपस्थित होंगे।