लखनऊ। केजीएमयू के ब्राउन हॉल में आज शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का आरंभ डीन एकेडमिक्स प्रो अमिता जैन के स्वागत भाषण से हुआ। गत वर्ष सेवानिवृत हुए संकाय सदस्यों को सम्मानित किया गया। सम्मानित हुए शिक्षकों के नाम प्रो ए के त्रिपाठी,प्रो जी पी सिंह,प्रो ए पी टिक्कू,प्रो अमित नागर, प्रो सिद्धार्थ कुंवर हैं’।
इसके अतिरिक्त पूर्व शिक्षकों प्रो पी के शर्मा, प्रो जी के सिंह, प्रो सिद्धार्थ दास, प्रो विनीता दास, प्रो अर्चना कुमार, प्रो उमा सिंह एवम प्रो संदीप कुमार को भी उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया।
प्रो अर्चना कुमार ने उद्बोधन में कहा कि एक शिक्षक का सहिष्णु होना नितांत आवश्यक है। मेरे ौंग्हar में मेरे ही द्वारा उपचार लिए रोगी ने जब मेरी सहायता की तो वो पल मेरे लिए अनमोल बन गए। ऐसे ही मानवीय पहलू मेरा एक दिन पुनः परिचय हुआ जब विभाग में rदल्ह् लेते हुए परिचारक ने एक बच्चे के एडमिशन के बारे में जानकारी चाही तो विभागीय कर्मियों ने हमारा बच्चा यहां भर्ती है, यह दृष्टांत संवेदनशील के साथ साथ मन छू लेने वाला था।
कुलपति ने सभी शिक्षकों से छात्रों के साथ कुशल संवाद पर जोर दिया। कुलपति ने कहा कि एक छात्र अपने शिक्षक में rदत स्दत् ढूंढता है। आपका आचरण आपकी कार्यशैली के अनुरूप होना चाहिए। उन्होंने अपने विधार्थी जीवन को याद करते हुए कहा कि उनके एक शिक्षक बहुत धूम्रपान करते थे। जब उन्होंने धूम्रपान के दुष्प्रभाव संदर्भित व्याख्यान दिया तो सभी छात्र हंसने लगे, किसी ने उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया। इसी प्रकार जो शिक्षक हमें वो बात आसानी से समझाते थे जो किताबों में मुश्किल लगती थी, वो हमें आज भी याद हैं।