यूपीएमआरसी ने लखनऊ में मेट्रो सेवाओं के ७ वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया

लखनऊ।यूपीएमआरसी ने आज लखनऊ में मेट्रो सेवाओं की शुरुआत के ७ सफल वर्ष पूरे किए और वर्षगांठ समारोह को आज ७वें मेट्रो दिवस के रूप में मनाया गया, जिसमें इस वर्ष की थीम महिला सशक्तिकरण को समर्पित थी।
पद्मश्री डॉ. अरुणिमा सिन्हा मुख्य अतिथि थीं, जिन्होंने हजरतगंज मेट्रो स्टेशन पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘मैं स्वामी विवेकानंद की अनुयायी हूं, जिन्होंने एक बार कहा था कि ‘हम अपने भाग्य के लेखक हैं’। उनके महान शब्दों ने मुझे अपना भाग्य लिखने के लिए प्रोत्साहित किया। मुझे लगता है कि यूपी मेट्रो ने भी किसी और की तरह प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के साथ अपना भाग्य लिखा है। आपकी टीम वास्तव में भारत भर के सभी मेट्रो के लिए एक प्रेरणा है। मैं वास्तव में इस संगठन के सभी कर्मचारियों को सलाम करती हूं जिन्होंने निर्धारित समय से पहले मेट्रो परियोजनाओं के निर्माण को पूरा करने का यह कठिन कार्य किया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप न केवल अपने निर्माण डिजाइनों में बल्कि अपने दिन-प्रतिदिन के परिचालन नैतिकता के माध्यम से दिव्यांग यात्रियों का भी ध्यान रखते हैं, यह वास्तव में सराहनीय और प्रेरणादायक है।’ उन्होंने मेट्रो ट्रेनों और स्टेशनों पर सफाई और सुरक्षा व्यवस्था की भी सराहना की।

इस कार्यक्रम में यूपीएमआरसी के एमडी श्री सुशील कुमार, निदेशक – वित्त, श्री शील कुमार मित्तल, निदेशक – डब्ल्यू एंड आई श्री सीपी सिंह, निदेशक रोलिंग स्टॉक श्री नवीन कुमार और निदेशक संचालन श्री प्रशांत मिश्रा और यूपीएमआरसी के सभी अधिकारी शामिल हुए। इस अवसर पर यूपीएमआरसी के एमडी श्री सुशील कुमार ने कहा, ‘मैं इन सात शानदार उपलब्धियों के लिए यूपीएमआरसी की पूरी टीम, जनरल कंसल्टेंट्स और कॉन्ट्रैक्टर्स को बधाई देता हूं। इस यात्रा के दौरान हमने अपने दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से कई चुनौतियों को पार किया है। हमारे यूपीएमआरसी परिवार का प्रत्येक सदस्य लोगों को विश्व स्तरीय यात्रा का अनुभव प्रदान करने के अपने समर्पण और संकल्प के लिए प्रशंसा का पात्र है। हमने हाल ही में १० करोड़ यात्रियों की सवारियों का आंकड़ा पार किया है और यह सब यूपीएमआरसी की पूरी टीम की वजह से है जो उत्कृष्टता के लिए दिन-रात काम करती है। मुझे यह कहते हुए बेहद गर्व होता है कि लखनऊ मेट्रो दिव्यांगजनों, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों सहित सभी के लिए सुलभता और यात्रा में आसानी वाला सबसे समावेशी सार्वजनिक परिवहन है।’ एमडी के स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक पुरस्कार: मेट्रो दिवस २०२४ के अवसर पर एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें एमडी यूपीएमआरसी श्री सुशील कुमार ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया। परियोजना श्रेणी में:एमडी का स्वर्ण पदक – श्री अपूर्व जैन, सहायक प्रबंधक – सिविल,एमडी का रजत पदक – श्री शशि केश कांत, जूनियर इंजीनियर/ट्रैक्शन,एमडी का कांस्य पदक – सुश्री मानसी शर्मा, सहायक प्रबंधक/सिग्नलिंग।

संचालन और आरएस श्रेणी में:एमडी का स्वर्ण पदक – श्री शिशिर श्रीवास्तव- प्रबंधक/संचालन,एमडी का रजत पदक – श्री अंकित सक्सेना, जूनियर इंजीनियर/रोलिंग स्टॉक,एमडी का कांस्य पदक – श्री अंकित कुमार वर्मा, वरिष्ठ स्टेशन नियंत्रक/ट्रेन ऑपरेटर।
रखरखाव श्रेणी में: एमडी का स्वर्ण पदक – श्री ऋषि कुमार- सहायक प्रबंधक/दूरसंचार एमडी का रजत पदक – श्री जितेन्द्र चक्रवर्ती, सहायक प्रबंधक/ओएंडएम एमडी का कांस्य पदक – श्री शेखर कुमार, अनुभाग इंजीनियर-घ्घ्/पी-वे। • हजरतगंज मेट्रो स्टेशन को ‘बेस्ट केप्ट मेट्रो स्टेशन’ का पुरस्कार मिला। यात्रियों का सम्मान: यूपीएमआरसी की १० करोड़वीं यात्री सुश्री अंकिता श्रीवास्तव को एमडी श्री सुशील कुमार ने सम्मानित किया। इसके अलावा शीर्ष ३ गोस्मार्ट कार्ड उपयोगकर्ताओं – श्री मिंटू सरकार, श्री राजन वाल्मीकि और सुश्री प्रीति को भी सम्मानित किया गया। डीपीएस और जयपुरिया के छात्रों ने अतिथियों के सामने नुक्कड़ नाटक और शास्त्रीय भरतनाट्यम की प्रस्तुति भी दी। सशक्तीकरण की पदयात्रा:
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण सशक्तीकरण की पदयात्रा थी, जिसमें यूपीएमआरसी के विभिन्न विभागों जैसे परिचालन, विद्युत, सिविल, एसएंडटी की महिला कर्मचारियों ने रैंप पर चलकर अपनी शक्ति और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया।

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