लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 24वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 3 से 7 नवम्बर 2023 तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, न्यायमंत्री, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख समेत 50 देशों के 170 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् लखनऊ पधार रहे हैं। यह जानकारी आज यहाँ आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक, प्रख्यात शिक्षाविद् एवं अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन के संयोजक डा. जगदीश गाँधी ने पत्रकारों को दी। डा. गाँधी ने पत्रकारों को बताया कि ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित है।
प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए डा. गाँधी ने बताया कि इस पाँच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पधारने वाली प्रख्यात हस्तियों में स्टीपन मेसिक, पूर्व राष्ट्रपति, क्रोएशिया; जोसेलेर्मे प्रिवर्ट, पूर्व राष्ट्रपति, हैती; जीन-हेनरी सेन्ट, पूर्व प्रधानमंत्री, हैती; डा. पकालिथा बी. मोसिलिली, पूर्व प्रधानमंत्री, लेसोथो; यायमूर्ति भेकी मफलाला, मुख्य न्यायाधीश, एस्वातिनी, न्यायमूर्ति चान रीक मदुत, मुख्य न्यायाधीश, दक्षिण सूडान, माननीय न्यायमूर्ति हसन बुबकर जालो, प्रेसीडेन्ट, सर्वाेच्च न्यायालय, गाम्बिया, न्यायमूर्ति सुश्री बीबी रेहाना मुंगली-गुलबुल, मुख्य न्यायाधीश, माॅरीशस, न्यायमूर्ति ओलू अरिवूला, मुख्य न्यायाधीश, नाइजीरिया, न्यायमूर्ति डा. जोएल लियोनार्डाे, अध्यक्ष, सर्वाेच्च न्यायालय, अंगोला, न्यायमूर्ति विक्टर डासी ओडोसौ, अध्यक्ष, सुप्रीम कोर्ट, बेनिन, माननीय न्यायमूर्ति एडेलिनो मैनुअल मुचांगा, मुख्य न्यायाधीश, मोज़ाम्बिक, माननीय न्यायमूर्ति सुश्री रौक्सैन जार्ज-विल्टशायर, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, गुयाना एवं न्यायमूर्ति डाॅ. आदेल ओमेर शेरिफ, उप मुख्य न्यायाधीश, मिस्र आदि प्रमुख हैं।इस ऐतिहासिक सम्मेलन की विस्तृत रूपरेखा बताते हुए डा. गाँधी ने कहा कि विभिन्न देशों के न्यायविद व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ 1 नवम्बर को दिल्ली पधारेंगे एवं ताजमहल का दीदार करने आगरा जायेंगे। इसके उपरान्त, दिल्ली लौटकर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे एवं नई दिल्ली स्थित कान्स्टीट्यूशन क्लब में सम्मेलन के प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे। 3 नवम्बर को विभिन्न देशों के न्यायविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ लखनऊ पधारेंगे।सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जिन 50 देशों के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् आदि प्रतिभाग कर रहे हैं, उनमें अल्बानिया, अंगोला, आस्ट्रेलिया, बेलीज़, बेनिन, बोस्निया एण्ड हर्जेगोविना, बोत्सवाना, ब्राज़ील, बुर्किना फासो, कैमरून, कोस्टारिका, क्रोएशिया, कांगो, ज़िबूटी, इक्वाडोर, मिस्र, इक्वाटोरियल गिनी, इस्वातिनि, इथियोपिया, गाम्बिया, जार्जिया, जर्मनी, गिनी, गुयाना, हैती, किर्गिज रिपब्लिक, लेबनान, लिसोथो, लक्ज़मबर्ग, मेडागास्कर, मलावी, माल्टा, मारिटानिया, मारीशस, मंगोलिया, मोज़ाम्बिक, म्यांमार, निकारागुआ, नाइजीरिया, पेरू, पोलैंड, साओ टोमे एण्ड प्रिंसिपे, दक्षिण कोरिया, दक्षिण सूडान, सूरीनाम, स्विट्ज़रलैंड, छाड़, अमेरिका, वेनेज़ुएला एवं भारत प्रमुख हैं।श्री शर्मा ने बताया कि डा. जगदीश गाँधी के संयोजकत्व में सी.एम.एस. द्वारा अभी तक 23 अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किये जा चुके हैं। इन अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में अब तक 138 देशों के 1429 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश तथा राष्ट्राध्यक्ष प्रतिभाग कर चुके हैं जिन्होंने विश्व एकता, विश्व शान्ति व विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य की मुहिम को भारी समर्थन दिया है। इसी कड़ी में 24वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।