भगवान परशुराम सेवा समिति के बैनर तले ब्राह्मणो ने भरी हुंकार

चंदौली। भगवान परशुराम समिति के बैनर तले रविवार को धानापुर के महराई गांव स्थित शंकर जी मंदिर के प्रांगण में सैकड़ों ब्राह्मणों ने एक मंच पर आकर प्रदेश में दिनों दिन बढ़ रही ब्राह्मणों पर अत्याचार के विरोध में हुंकार भरी।वक्ताओं ने कहा कि ब्राह्मणों का सामूहिक नर संहार और आए दिन हत्याएं हो रही हैं। लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई हैं।कार्यक्रम की शुरुवात  भगवान परशुराम जी के चरण वंदन के साथ शुरु हुआ।समिति के डॉक्टर अशोक मिश्र ने कहा कि लगातार हर जिले मे सिर्फ ब्राह्मण को ही टारगेट किया   जा रहा हैं। ब्राह्मणों को सूबे की सरकार सुरक्षा देने में पूरी तरह विफल है। शैलेंद्र पाण्डेय ने कहा कि चंदौली जिले के ब्राह्मण असुरक्षित हैं। कहा कि आए दिन किसी न किसी को यहां शासन प्रशासन द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। यदि समय रहते एकजुट नहीं होंगे। तो समाज को काफी नुकसान उठाना  पड़ सकता हैं। समिति के अध्यक्ष कैप्टन सत्यमूर्ति ओझा ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आज हर जगह ब्राह्मण अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। यदि सरकार हमारी नहीं सुनता है। हम किसी व्यक्ति विशेष के लिए अपने समाज का नुकसान नहीं कर सकते हैं। समिति के सचिव पंकज पांडेय ने युवाओं से आग्रह किया कि वह अपनी राजनीति में भागीदारी को बढ़ाएं।जब तक आप चुनाव नहीं लड़ेंगे। तब तक आपको अनेक प्रकार से यातनाएं दी जाएगी। डॉक्टर शशिकांत मिश्रा ने कहा कि पक्ष हो या विपक्ष कोई भी ब्राह्मण के साथ खड़ा होने के लिए तैयार नहीं है।इसलिए हम लोगों को अपनी लड़ाई खुद से लड़नी होगी। यदि हम शास्त्र की जानकारी रखते हैं तो शस्त्र की भी जानकारी रखनी होगी। समिति के कोषाध्यक्ष अनूप तिवारी ने कहा कि ब्राह्मणों के लिए हमें मंच से कोई लेना-देना नहीं। हम राजनीतिक नहीं है। यदि किसी ब्राह्मण के साथ गलत होता है। समस्त ब्राह्मण को अपने साथ हो रहे अन्याय का विरोध करना होगा।हम लोग कभी देवरिया में मारे जाएंगे। कभी सुल्तानपुर, कभी कानपुर और चंदौली में मारे जायेंगे। पंकज मिश्रा ने कहा कि समय की मांग है।  समस्त ब्राह्मण भगवान परशुराम सेवा समिति के साथ खड़ा होने का कार्य करें। बाके उपाध्याय ने कहा कि यदि आप एक हो जाएंगे। तो आप जैसा तेजस्वी कोई नहीं है। आपकी कोई राजनीतिक पूछ करें या ना करें। आप खुद लड़ने के काबिल बनें।समिति देवरिया में हुए अत्याचार के खिलाफ दो मिनट का मौन रख कर शोक श्रद्धांजलि दी। बैठक में  करण तिवारी, आशु तिवारी,शिवम दूबे, संजय पाण्डेय, मिथिलेश पाण्डेय, मृत्युंजय तिवारी, अरविंद तिवारी, उदय उपाध्याय, मिंटू तिवारी, विभूति तिवारी, राजन उपाध्याय, रानू तिवारी सहित  सैकड़ों ब्राह्मण उपस्थित रहें।