वाराणसी। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि सरकारी चिकित्सालय में प्रतिदिन लगभग 1700 नये मरीज ओपीडी में देखे जा रहे है। चिकित्सालय में उपलब्ध कुल बेड के अतिरिक्त कुछ वैकल्पिक रूप में बेड रखवाते हुए चिकित्सालय में आये मरीजों का इलाज अस्थाई व्यवस्था के अन्तर्गत स्ट्रेचर पर ही तत्काल प्रारम्भ कर दिया जाता है तथा बेड खाली होते ही सम्बन्धित मरीज को शिफ्ट कर दिया जाता हैं, बिना इलाज के किसी भी मरीज को चिकित्सालय से वापस नहीं किया जाता है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में फीवर के पीड़ित भर्ती मरीजों की संख्या अधिक है, जिनका समुचित इलाज चिकित्सालय में उपलब्ध मानव संसाधनों से ही करने का प्रयास किया जा रहा है। चिकित्सकों को राउण्ड दि क्लाक (24 घण्टे) ड्यूटी सिर्फ भर्ती मरीजों की देखभाल के लिए लगायी गयी है। चिकित्सालय में स्थापित ट्रामा सेण्टर में भी चिकित्साधिकारियों की ड्यूटी राउंड दि क्लाक लगायी गयी है। फीवर के मरीजों हेतु ओपीडी में अलग से फिल्टर क्लीनिक बनाया गया है।
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