अहिंसा मार्च’ निकालकर बापू के सपनों को साकार करने का संदेश दिया सी.एम.एस. शिक्षकों ने

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तीन हजार से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं व कार्यकर्ताओं ने आज ‘गाँधी जयन्ती एवं अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ के पावन अवसर पर विशाल ‘अहिंसा मार्च’ निकालकर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचारों को आत्मसात करने एवं उनके सपनों को साकार करने का अभूतपूर्व उत्साह जगाया। ‘जय जगत’ एवं ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का संदेश लिखे दुग्ध धवल सफेद खादी वस्त्रों में सुसज्जित सी.एम.एस. शिक्षकों का यह विशाल ‘अहिंसा मार्च’ देखने लायक था। कानपुर रोड स्थित पुरानी चुंगी से सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम तक निकाले गये इस विशाल मार्च का नेतृत्व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी व डा. भारती गाँधी एवं सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने किया। इस अवसर पर शिक्षा, साहित्य, पत्रकारिता व अन्य अनेक क्षेत्रों की प्रख्यात हस्तियाँ समेत सी.एम.एस. के सभी कैम्पस की प्रधानाचार्याए उपस्थित थीं। यह अहिंसा मार्च बापू के विचारों को जन-जन तक पहुचाने में अत्यन्त सफल साबित हुआ। सी.एम.एस. शिक्षकों का यह विशाल मार्च सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में पहुँचकर एक विशाल सभा में परिवर्तित हो गया, जहाँ सी.एम.एस. शिक्षकों ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का जन्मदिवस मनाया। इस अवसर पर सी.एम.एस. शिक्षकों ने रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा एकता, शान्ति, सत्य, अहिंसा के विचारों को विश्व के कोने-कोने में प्रवाहित करने का आह्वान किया।कार्यक्रम का शुभारम्भ सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी द्वारा दीप प्रज्वलन एवं राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। इस अवसर पर अपने संबोधन में डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि ईश्वर ने महात्मा गाँधी को संसार में एक विशेष मसीहा के रूप में भेजा था। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के अहिंसा, एकता, त्याग व समता के विचारों की शिक्षा बच्चों को बाल्यावस्था से देने की बहुत आवश्यकता है। सी.एम.एस. की संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी ने कहा कि आध्यात्मिक शिक्षा का आज के परिप्रेक्ष्य में विशेष महत्व है क्योंकि इसी के माध्यम से भावी पीढ़ी का चरित्र निर्माण संभव है। पर्यावरण सुरक्षा पर प्रजेन्टेशन देते हुए सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने कहा कि आज मानव एवं पर्यावरण के सम्बन्धों को पुनः परिभाषित करने की आवश्यकता है, जिससे कि हम आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ वातावरण का उपहार दे सकें। भावी पीढ़ी के लिए सुन्दर व सुरक्षित भविष्य की जिम्मेदारी हमारे ही कंधो पर है। इससे पहले, सी.एम.एस. के क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन विभाग की हेड सुश्री सुष्मिता घोष ने शिक्षकों व अतिथियों का हार्दिक स्वागत अभिनंदन किया।