बेघर हुए लोग डीएम की चैखट पर पहुचें

फतेहपुर। गाजीपुर कस्बा में मरघट की जमीन पर बने मकानों को जबरन गिराने का आरोप लगाते हुये पीड़ितों ने भाजपा की जिला पंचायत सदस्य दिलसिया के नेतृत्व में जिला अधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।पीड़ितों ने जिला अधिकारी को प्रार्थना पत्र देते हुये कहा कि गाजीपुर कस्बा की आराजी निजाई की नई गाटा संख्या- 1893, 1894, 1895 व 1896 दौरान चकबंदी अधिकारियों ने मरघट के खाते में दर्ज कर दिया है, जबकि इसके पुराने नंबर गाटा संख्या-2720, 2721 व 3283 जो पूर्व में नवीन परती के खाते में दर्ज थे और इन्हीं नम्बरानों में करीब 45 साल पहले ग्राम प्रधान व लेखपाल ने मकान बनवाने हेतु पीड़ितों को दिया था। तब से पीड़ित मकान बना कर परिवार के रहते चले आ रहे हैं। उन्होने आरोप लगाया कि राजस्व अधिकारी व कर्मचारी जेसीबी मशीन के साथ 19 सितम्बर को मौके पर पहुंचे और बिना किसी सूचना से नोटिस तामीला कराये की मकानों को ढहा दिया। मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाने से गृहस्थी के सामान के साथ पीड़ित परिवार सड़क पर आ गये हैं। जिला पंचायत सदस्य ने मांग की है कि जिन लोगों के मकान गिराये गये हैं, उनके रहने की त्वरित व्यवस्था कराई जाये और गैर कानूनी ढंग से गिराये गये मकानों को ध्वस्त करने से रोका जाये। इस मौके पर मो. कासिम, युनुस, नजीर, भोले, हसमत, मुस्ताक, रफीक, सुलेमान, रघुबीर, नरगिस, समापरवीन, चुनिया, नाजो, ततीरूम, जुलेखा, कहरून्निशा, राबिया, नाजमा आदि लोग मौजूद रहे।